बिहार

द्रौपदी मुर्मू को लेकर तेजस्वी यादव ने दिया विवादित बयान

Renuka Sahu
17 July 2022 6:00 AM GMT
Tejashwi Yadav gave controversial statement regarding Draupadi Murmu
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फाइल फोटो 

देश में कल यानी 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग होगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में कल यानी 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद (President Election) के लिए वोटिंग होगी. इससे पहले बिहार (Bihar) में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर टिप्पणी की है. तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि हमें राष्ट्रपति भवन में किसी 'मूर्ति' की जरूरत नहीं है. हम राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं. आपने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा, द्रौपदी मुर्मू को कभी नहीं सुना होगा. उनकी आवाज भी नहीं निकलती. तेजस्वी के इस बयान को लेकर सत्ता पक्ष उनपर हमलावर हो गया है.

तेजस्वी यादव ने कहा, "राष्ट्रपति भवन में हमें कोई मूर्ति नहीं चाहिए. हम राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं. छोटा मुंह बड़ी बात, लेकिन आपने यशवंत सिन्हा को हमेशा सुना होगा लेकिन सत्ता पक्ष की राष्ट्रपति की उम्मीदवार को हमने कभी नहीं सुना है. वह जब से उम्मीदवार बनी हैं, उन्होंने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है."
बीजेपी मुर्मू का नाम पहले बता देती तो चीजें अलग हो सकती थीं- तेजस्वी
बता दें कि आरजेडी ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की घोषणा की है. तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम पहले बता देता तो चीजें अलग हो सकती थीं. आरजेडी नेता यादव ने कहा, "यह ध्यान में रखना चाहिए कि विपक्षी दलों ने विचार-विमर्श किया था और सत्तारूढ़ बीजेपी नीत गठबंधन द्वारा नाम का खुलासा किए जाने से बहुत पहले ही सिन्हा के बारे में फैसला कर लिया गया था." बीजेपी ने पिछले हफ्ते तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों से मुर्मू को समर्थन देने की अपील की थी.243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में आरजेडी, वाम और कांग्रेस के कुल 115 विधायक हैं.
नीतीश ने फोन उठाने से इनकार कर दिया- यशवंत सिन्हा
विपक्ष के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने दावा किया है कि जब उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को लेकर संपर्क करना चाहा, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका फोन उठाने से इंकार कर दिया.प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार के साथ मंत्रिमंडल में रहे सिन्हा ने कहा कि जब विपक्षी दलों ने मुझे अपना साझा उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया, तो कई राज्यों में फोन के जरिए संपर्क साधने के क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री को भी कई बार संदेश भिजवाया कि मैं उनसे बात करना चाहता हूं, पर शायद स्टेटस की तुलना में इतना नीचे था कि उन्होंने मुझसे बात करना उचित नहीं समझा.
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