बिहार

तेजस्वी यादव ने बिहार में खेला करके देश के विपक्षी दलों को बड़ी सीख दी, कहा- बीजेपी से डरे नहीं

Renuka Sahu
10 Aug 2022 1:48 AM GMT
Tejashwi Yadav gave a big lesson to the opposition parties of the country by playing in Bihar, said - dont be afraid of BJP
x

फाइल फोटो 

राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार में खेला करने के बाद देश के विपक्षी बलों को बड़ी सीख दी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार में खेला करने के बाद देश के विपक्षी बलों को बड़ी सीख दी है। बिहार में महागठबंधन की फिर से सरकार बनने जा रही है और नीतीश कुमार दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार की जेडीयू अब बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी, कांग्रेस, वाम दलों संग सरकार का गठन कर रही है। तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि यह कदम देश के तमाम विपक्षी दलों को एक बड़ा संदेश है। हमने दिशा दिखाई है। बीजेपी डर की राजनीति करती है, लेकिन हमें डरना नहीं है।

तेजस्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप मजबूती के साथ खड़े होते हैं तो जनता भी आपके साथ रहती है। जनता के मुद्दे पर बिना डरे खड़े हों, तो पूरा देश आपके साथ खड़ा हो सकता है। विपक्ष को एकजुट रहने की जरूरत है। पूरे देश में बीजेपी जो एजेंडा चला रही है, वो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। बीजेपी का उद्देश्य सिर्फ डराकर अपना काम करना है। जो डरता है, उसे डराओ और जो बिकता है उसे खरीदो।
'अपने साथी दलों को निपटाने में लगी बीजेपी'
तेजस्वी ने आगे कहा कि बीजेपी का एजेंडा यह है कि वह सबसे पहले अपने सहयोगी दलों को निपटाती है। पंजाब और महाराष्ट्र इसका उदाहरण है। इन राज्यों में जो हुआ, वो किसी से नहीं छिपा है। बीजेपी किसी भी पार्टी को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती, वो जिसके साथ रहती है उसे ही निपटाने में जुटी रहती है।
'क्षेत्रीय दलों को खत्म कर रही बीजेपी'
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह क्षेत्रीय दलों को खत्म करने के एजेंडे पर काम कर रही है। बिहार को लोकतंत्र की जननी माना जाता है और वहीं पर आकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने इस एजेंडे को सार्वजनिक करते हैं। मगर बिहार इसी किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगा। यहां उनका एजेंडा काम नहीं करने वाला। हालत यह है कि अब विपक्ष में केवल बीजेपी बच गई है। उसके साथ कोई खड़ा नहीं है। जनविरोधी कार्यों का यही परिणाम होता है। पूरे पूर्वोत्तर में बीजेपी का कोई साथी नहीं रह गया है।
Next Story