नालंदा न्यूज़: शहर के अतिक्रमणमुक्त करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. फुटपाथी दुकानदारों व अतिक्रमणकारियों को दो दिनों में अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गयी है. ऐसा नहीं करने पर जुर्माना के साथ ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नगर परिषद की टीम दो दिनों की मोहलत दी है. कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर कुमार ने बताया कि अतिक्रमण के कारण शहर की सड़कें सिकुड़ गयी है. हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. जाम हटाने के लिए इस बार ठोस कदम उठाया जा रहा है. सड़क किनारे बने नाला को छोड़कर दुकान लगानी है. नाले के उपर या सड़कों पर दुकान नहीं लगानी है. चेतावनी के बाद भी नाले या सड़क पर दुकान लगाने वालों पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा. स्थानीय अतिक्रमण करने वालों पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा. सड़क या नाले पर गिट्टी, बालू या अन्य सामाग्री का भंडारण करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
पूरे शहर में फैला है अतिक्रमण पूरा शहर अतिक्रमण के जाल में जकड़ चुका है. सबसे जटिल स्थिति सिनेमा मोड़ से योगीपुर मोड़, थाना से लेकर वरुणतल चौराहा व बिहारी रोड की है. यहां सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण है. फुटपाथी दुकानों से पैदल चलना भी मुश्किल है. बड़े वाहन के घुसते ही शहर में जाम लग जाता है. पहले भी नगर प्रशासन कई बार इसे हटाने के लिए मुहिम चला चुका है. मुहिम बंद होते ही अतिक्रमणकारी फिर से सड़कों पर कब्जा कर लेते हैं.