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केरल और दिल्ली में मंकीपॉक्स के मरीज मिलने के बाद अब बिहार में भी मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिल गया है. बिहार की राजधानी पटना के पटनासिटी इलाके में रहनेवाली एक महिला में मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित होने के लक्षण मिले हैं. इस खबर से हड़कंप मच गया है. अब पीएमसीएच की माइक्रो वायरोलॉजी विभाग की टीम हरकत में आ गई है और महिला के खून का सैंपल लेकर उसकी जांच के लिए पुणे भेजने की तैयारी कर रही है
बिहार स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) ने इस मामले की जानकारी दी है और इस मामले को संदिग्ध मान रहा है. बता दें कि आज ही यानी मंगलवार को ही बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने मंकीपॉक्स से कैसे निबटना है इसे लेकर बैठक भी की है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर मुख्य सचिव, सभी वरीय अधिकारी, राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, सभी मेडिकल कॉलेजों के सुपरिटेंडेंट्स शामिल हुए. डब्ल्यूएचओ (WHO) और भारत सरकार द्वारा मंकीपॉक्स के संबंध में जो जानकारियां दी गई हैं, उसे इस बैठक में साझा किया गया और बीमारी को लेकर गहन चर्चा हुई.
बिहार के स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि सभी जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिया गया है कि प्रखंड स्तर के चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ मंकीपॉक्स के संबंध में जानकारियों को साझा करें. चिकित्सकों को किसी भी तरह का एक भी संदिग्ध मरीज नजर आता है तो तुरंत उसकी जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इस मरीज का तुरंत सैंपल कलेक्ट करें और तुरंत सभी सैंपल्स को बायोलॉजी लैब पुणे भेजा जाए.
देश के दो राज्यों में मिले मंकीपॉक्स के मामले को लेकर बिहार सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. मंगल पांडेय ने कहा है कि अस्पतालों में मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए जाएंगे. ब्लॉक स्तर तक ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समय-समय पर तैयारियों का जायजा लिया जाएगा.
उन्होंने ये भी कहा है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है और इसी बीच मंकीपॉक्स वायरस भी देश में आ गया है. कोरोना के बीच समय-समय पर कई प्रकार की बीमारियां मौसम के अनुरूप आ ही रही हैं. इन सबसे मिल रही चुनौतियों का सामना हम लोग कर रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं.
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