बिहार

सुशील मोदी ने कहा महागठबंधन धीरे-धीरे बिहार में टूट रहा है

Tara Tandi
24 Jun 2023 2:09 PM GMT
सुशील मोदी ने कहा महागठबंधन धीरे-धीरे बिहार में टूट रहा है
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बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार में महागठबंधन बनने के बाद राज्य में 3 उपचुनाव हुए. गोपालगंज और कुढ़नी में भाजपा की जीत हुई और मोकामा में पहली बार भाजपा चुनाव लड़ी और 64 हजार वोट लाई. सुशील मोदी ने कहा कि महागठबंधन धीरे-धीरे बिहार में टूट रहा है. पहले उपेंद्र कुशवाहा फिर आरसीपी सिंह और अब जीतन राम मांझी अलग हो गए. पिछले 10 माह में महागठबंधन में न तो कोई बड़ा नेता और न ही कोई अन्य दल जुड़ा.
सुशील मोदी ने कहा कि विपक्ष की बैठक में जो 15 दल शामिल हुए उसमें राजद, पीडीपी और माले तीन दल ऐसे थे जिनका लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है. झारखंड मुक्ति मोर्चा,आप के मात्र 1-1 सांसद और सीपीआई के दो तथा सीपीएम के मात्र तीन सांसद हैं. बैठक में शामिल 11 दलों के कुल सांसदों की संख्या 24 है. ऐसे दल 303 संख्या वाले भाजपा को चुनौती दे रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2019 में मायावती समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल मिलकर चुनाव लड़े फिर भी भाजपा को 64 सीटें आई थी. उन्होंने आगे कहा कि ‘दिल मिले न मिले परंतु हाथ जरूर मिलाएंगे’ वाले गठबंधन को कभी जनता स्वीकार नहीं करेगी.
खोदा पहाड़, निकली चुहिया... वो भी मरी हुई!
इससे पहले शुक्रवार को सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि विपक्ष की बैठक टांय- टांय फिश हो गई. कहावत है ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ परंतु बैठक के बाद जो चुहिया निकली वह भी मरी हुई. सुशील मोदी ने कहा कि बैठक कि एक ही उपलब्धि है कि अगली बैठक का स्थान और तिथि तय हो गई. न तो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार, न ही नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की चर्चा हुई. उल्टे अरविंद केजरीवाल गुस्से में प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर चले गए.
सुशील मोदी ने कहा कि 7 मुख्य विपक्षी दल बैठक से नदारद थे. 15 शामिल दलों में 10 परिवारवादी दल हैं और 12 दल हैं जिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. ऐसे वंशवादी और भ्रष्टाचारी से लिप्त पार्टियां ईमानदार नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती.
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