मतदाता सूची की सहायता से स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों का होगा सर्वे
गया: मतदाता सूची की मदद से स्कूलों से वंचित बच्चों का अब घर-घर सर्वे होगा. इसके लिए जिला स्तर पर जिला शिक्षा कार्यालय टीम बनाएगी. टीम के सदस्य मतदाता सूची संबंधित बूथ स्तरीय पदाधिकारी (बीएलओ) से प्राप्त करेंगे. इसके आधार पर विद्यालय के बाहर के बच्चों के परिवार को चिह्नित करेंगे.
परिवार को चिह्नित करने के बाद अभिभावक को जागरूक कर बच्चे का दाखिला उनकी उम्र के मुताबिक कक्षा में करवाया जाएगा. इसकी शुरुआत 14 अक्टूबर से होगी.
वैसे बच्चे भी चिह्नित होंगे जो किसी कारण से दसवीं और 12वीं की शिक्षा पूरी नहीं कर पाये हैं. बच्चों को चिह्नित करने के बाद उनकी जानकारी प्रबंध पोर्टल पर दर्ज की जाएगी.
इस सर्वे में बच्चों को दो केटेगरी में बांटा गया है. पहले में छह से 14 आयुवर्ग व दूसरे में 15 से 19 आयु वर्ग के बच्चे शामिल हैं. जिनकी पढ़ाई बीच में छूट गई है, उनका एनओएस या बीबोस में दाखिला कराया जाएगा.
पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि स्कूल के बाहर के बच्चों को लाने के लिए प्रयास शुरू किया जाएगा. इसके लिए मतदाता सूची की मदद ली जाएगी. सूची में शामिल परिवार से संपर्क किया जाएगा.
स्कूल के स्तर पर बनेगा हेल्प डेस्क
स्कूलों के प्राचार्य अपने-अपने स्तर पर हेल्प डेस्क का गठन करेंगे. इसमें विद्यालय के उन शिक्षकों को नामित किया जाएगा जो युवा एवं सबसे योग्य होंगे. दूसरी तरफ नामित शिक्षक मतदाता सूची से घरों को चयनित करेंगे. इसके आधार पर हेल्प डेस्क के माध्यम से स्कूल के बाहर ऐसे पारिवारिक सदस्यों के घर को चिह्नित करेंगे. साथ ही विद्यालय के बाहर के बच्चों के संबंध में सूचना देने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को प्रेरित किया जाएगा. विद्यालय के पोषण क्षेत्र में स्थानीय माध्यमों से प्रचार प्रसार किया जाएगा.