मुजफ्फरपुर न्यूज़: जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा है कि डीएमसीएच में बनने वाला अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मिथिला सहित उत्तर बिहार को मिली बड़ी सौगात है.
यह फैसला ऐसे समय में हुआ है, जब दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा बहादुरपुर अंचल में शोभन-एकमी बाईपास के निकट मुफ्त जमीन उपलब्ध कराने और उसमें मिट्टी भराई, चहारदीवारी निर्माण तथा फोरलेन कनेक्टिविटी के लिए खुद मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार आश्वासन देने, कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बावजूद केंद्र का रुख सकारात्मक नहीं दिख रहा है. श्री झा ने कहा कि आवंटित भूमि का केंद्रीय टीम ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ जाकर स्थल निरीक्षण किया था. केंद्रीय टीम में शामिल अधिकारियों के हवाले से 29 अप्रैल 2023 को खबर छपी थी कि आवंटित भूमि केंद्रीय टीम को पसंद आई है. ऐसे में यह सवाल महत्वपूर्ण है कि पिछले एक-डेढ़ महीने में ऐसा क्या हुआ कि केंद्र सरकार एक बार फिर आवंटित भूमि लेने से मुकर रही है. मंत्री ने कहा कि जनवरी में अपनी समाधान यात्रा के दौरान सीएम ने चिह्नित भूमि का स्थल निरीक्षण किया और उसे उपयुक्त पाया था. मार्च के पहले सप्ताह में कैबिनेट की बैठक में शोभन-एकमी बाईपास के निकट भूमि आवंटित करने और अप्रैल 2023 में मंत्रिमंडल ने 189.17 एकड़ भूमि में मिट्टी भराई, उसके समतलीकरण तथा चहारदीवारी निर्माण के लिए 309 करोड़ 29 लाख 59 हजार की स्वीकृति दी गई.
भूमि आमस-दरभंगा फोरलेन से सिर्फ पांच किमी दूर है. बिहार सरकार हाईवे से आवंटित भूमि तक फोरलेन सड़क का भी निर्माण करायेगी. यह स्थल दरभंगा एयरपोर्ट के भी नजदीक है. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पुन अनुरोध किया जा रहा है कि दरभंगा एम्स के लिए आवंटित भूमि पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए आगे की कार्यवाही शुरू करे.