एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की शुरुआत कर बात आगे भी बढ़ा दी है तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से उन्हें इससे दूर रहने की सलाह भी मिल चुकी है। ऐसे में रविवार का दिन फिर बिहार में राजनीतिक रूप से गहमागहमी भरा रहा। अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार से मिलने के लिए आ रही गाड़ियों की खबर फैलते ही तरह-तरह की चर्चा उभरने लगी। कुछ भी औपचारिक जानकारी नहीं, लेकिन कहा यह जा रहा है कि एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार अपने सांसदों-विधायकों से मिलकर आगे की बात कर रहे हैं।
सांसद-विधायकों की मुलाकात दो शिफ्ट में हो रही है
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री आवास में सीएम और सांसद-विधायकों की मुलाकात दो शिफ्ट (पाली) में हो रही है। आवास पर वित्त मंत्री विजय चौधरी और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद हैं। वहीं जदयू के नेता और पूर्व सांसद लालबाबू राय भी मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे थे। लेकिन, गार्ड ने उन्हें मेन गेट पर ही रोक लिया। कारण यह था कि लाल बाबू राय का लिस्ट में नाम नहीं था। इसके बाद पूर्व सांसद लौट गए। कहा जा रहा है कि मीडिया में खबर सुनकर पूर्व सांसद सीएम नीतीश से मुलाकात करने पहुंचे थे।
इससे पहले भी सीएम नीतीश ने की थी सांसद और विधायकों से मुलाकत
इससे पहले 2 जुलाई को ही सीएम नीतीश कुमार पार्टी के सांसदों से वन टू वन बात की थी। सीएम आवास पर जदयू चार सांसद आकर मिले थे। इसमें दुलारचंद, अनिल हेगड़े, सुनील कुमार और चंदेश्वर चंद्रवंशी शामिल हैं। नीतीश कुमार सभी से अलग अलग मिलकर उनके संसदीय क्षेत्र और वहां के विकास का फ़ीडबैक लिया था। सांसदों से मिलने से पहले नीतीश कुमार अपने विधायकों और विधान पार्षदों से मुलाक़ात की थी। विधायकों से बातचीत करने के दौरान उन्होंने उनलोगों से कहा था कि आपलोग 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहिये। इसी तरह मुख्यमंत्री ने आज सांसदों से भी ऐसी ही बातें कही