गया: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई सीएम कॉलेज में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की पढ़ाई होगी. विवि की विद्वत परिषद से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है. इस सत्र से सर्टिफिकेट कोर्स के रूप में छात्र इसमें नामांकन ले सकेंगे. छात्रों के कौशल विकास के लिए कॉलेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही तीन अन्य सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जा रहे हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पूरे विश्व में धूम मची हुई है. इसका अर्थ है बनावटी (कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता. इससे कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है जिसे उन्हीं तर्कों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है. सरलतम शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना. इसे कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है और इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है जिसमें कंप्यूटर सोच सके, कंप्यूटर का ऐसा दिमाग जो इंसानों की तरह सोच सके.
प्रधानाचार्य प्रो. मुश्ताक अहमद ने बताया कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस की वर्तमान समय में काफी डिमांड है. इसके अलावा कंप्यूटर अकाउंटिंग एंड टैक्शेसन, डिजिटल मार्केटिंग तथा डाटा एनालिसिस कोर्स भी वर्तमान समय में काफी प्रासंगिक हैं. ये कोर्स ना केवल छात्रों का कौशल विकास करेंगे, बल्कि उन्हें वर्तमान समय के अनुरूप तैयार करने में सहायक होंगे. ये कोर्स रोजगारोन्मुखी है. पारंपरिक शिक्षा के साथ इनका अध्ययन छात्रों के लिए काफी लाभकर होगा. इसी सोच के साथ इन चार सर्टिफिकेट कोर्स को शुरू किया जा रहा है.
प्रधानाचार्य प्रो. अहमद ने बताया कि सरकार का भी निर्देश है कि शैक्षणिक संस्थानों में कौशल विकास पर जोर दिया जाय. नई शिक्षा नीति हो या नैक मूल्यांकन, कौशल विकास पर अधिक फोकस है. ऐसे में छात्रों के लिए समय की मांग के अनुरूप रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने की दिशा में हम पहल कर रहे हैं. भविष्य में घरेलू उपयोग की सामग्री निर्माण से जुड़े कुटीर उद्योग से संबंधित कोर्स शुरू करने की योजना पर काम चल रहा है. इसके साथ ही सेफ्टी मैनेजमेंट के कोर्स शुरू करने पर भी काम चल रहा है.