डिग्री पार्ट थ्री के विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरने और तिथि बढ़ाने को लेकर विवि में काटा बवाल
मुंगेर न्यूज़: मुंगेर विश्वविद्यालय में छात्रों के व्याप्त समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में छात्र छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. साथ ही कुलपति से मिलकर अविलंब विश्वविद्यालय में छात्रों की व्याप्त समस्याओं को दूर करने का आग्रह किया. छात्र छात्राओं ने कुलपति प्रो श्यामा राय से कहा कि बिना एक दिन भी कक्षा हुए हमलोग डिग्री पार्ट थ्री का परीक्षा कैसे देंगे. यह हमलोगों के भविष्य के साथ मजाक नहीं तो और क्या है. अभी डिग्री पार्ट का रिजल्ट निकले महीना भी नहीं बीता है कि विश्वविद्यालय ने तुरंत नामांकन के साथ ही तुरंत परीक्षा फॉर्म भरवा लिया.
अब 25 जुलाई से परीक्षा कार्यक्रम भी जारी कर दिया है. जबकि अभी बहुत सारे विद्यार्थियों का परीक्षा फॉर्म तक नहीं भराया गया है. इसे देखते हुए अविलंब परीक्षा फॉर्म भरने तथा परीक्षा की तिथि बढ़ायी जाए. विद्यार्थी परिषद के मुंविवि संयोजक सन्नी कुमार ने वीसी से कहा कि जबतक डिग्री 2020-23 सत्र के बैकलॉग छात्रों का रिजल्ट नहीं आ जाता है, तब तक नामांकन , परीक्षा फॉर्म भरने तथा परीक्षा की तिथि को बढ़ाया जाए. परीक्षा फॉर्म भरने के कम से कम 15 दिनों के बाद ही कोई परीक्षा ली जायेगी. तो फिर परीक्षा फॉर्म भरने के तुरंत बाद डिग्री पार्ट-3 का परीक्षा कैसे लिया जा रहा है. वहीं विक्की कुमार ने ाताया कि डिग्री पार्ट-1, सत्र 2018-21, 2019-22 एवं 2028-23 के बैकलॉग कला संकाय का रिजल्ट भी अभी तक नहीं निकला है. ऐसे में कैसे डिग्री पार्ट थ्री का परीक्षा तिथि घोषित कर दिया गया. इन्होंने विद्यार्थियों को ससमय डम्मी एडमिट कार्ड उपलब्ध कराने तथा छात्रों को उसमें सुधार के लिए पर्याप्त समय दिए जाने की मांग की. इससे पहले छात्र छात्राओं ने विवि परिसर में विभिन्न समस्याओं को लेकर जमकर बवाल काटा. साथ ही विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्र - छात्राओं के हंगामे के बीच मुंविवि के प्राक्टर डॉ संजय कुमार विद्यार्थियों को समझाने पहुंचे. जिससे छात्र और उग्र हो गए. इस दौरान कई विद्यार्थी बंद गेट को फांदकर अंदर आ गए और विवि मुख्यालय में हंगामा करने लगे.
वीसी से छात्र-छात्राओं ने की मुलाकात
हंगामा को देखते हुए कुलपति प्रो श्यामा राय ने छात्र - छात्राओं को मुलाकात के लिए अपने कक्ष में बुलाया. जहां पर छात्र छात्राओं ने कुलपति के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा.