राँची न्यूज़: झारखंड सरकारी अंगीभूत महाविद्यालय, बीएड शिक्षक संघ की बैठक को हुई. इसमें राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों की ओर से सरकार के आदेश से सत्र 2005-06 से स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत संचालित बीएड कोर्स में कार्यरत सभी सहायक प्राध्यापकों ने सेवा नियमितीकरण और पूर्ण वेतनमान देने की मांग राज्य सरकार से की.
संघ के शिक्षकों ने कहा कि लगभग 17 वर्ष बीत जाने के बाद भी राज्यभर में 22 सरकारी अंगीभूत कॉलेजों में संचालित बीएड कोर्स के सहायक प्राध्यापक छात्रों से प्राप्त देय शुल्क से मिलनेवाले मानदेय पर ही जीवन यापन को विवश हैं. शिक्षकों ने कहा कि पूर्व की सरकारों से सेवा नियमित कर वेतनमान देने का आग्रह कई बार किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अनुबध कर्मियों के सेवा नियमितीकरण की सूची में बीएड शिक्षकों के सेवा नियमितीकरण का जिक्र नहीं है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस संबंध में सरकार के सभी संबंधित अधिकारियों ज्ञापन दिया जाएगा. साथ ही, सभी संबंधित विभागों के मंत्रियों व विधायकगण से सेवा नियमितीकरण की अनुशंसा करने के लिए अनुरोध पत्र सौंप कर सभी अनुबंधकर्मियों की सेवा स्थायीकरण योजना में शामिल करने का आग्रह करते हुए सरकारी अंगीभूत कॉलेजों के बीएड सहायक प्राध्यापको की सेवा स्थायी करवाने की अपील की जाएगी.
इन अंगीभूत कॉलेजों में बीएड का संचालन
राज्य के जिन अंगीभूत कॉलेजों में बीएड का संचालन किया जा रहा है, उनमें रांची विश्वविद्यालय में रांची विमेंस कॉलेज, केओ कॉलेज, गुमला और डोरंडा कॉलेज शामिल हैं. इसके अलवा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, विनोबा भावे विश्वविद्यालय में संत कोलंबस कॉलेज, हजारीबाग, जगन्नाथ जैन कॉलेज, झुमरी तिलैया, कोडरमा, चतरा कॉलेज और गिरिडीह कॉलेज, बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में एसएसएलएनटी महिला कॉलेज, धनबाद, आरएसपी कॉलेज, झरिया और बोकारो स्टील सिटी कॉलेज, सिद्दू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका में संथाल परगना कॉलेज, दुमका, एएस कॉलेज, देवघर, केकेएम कॉलेज, पाकुड़, गोड्डा कॉलेज और साहेबगंज कॉलेज, नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय, पलामू में जीएलए कॉलेज, डाल्टेनगंज, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा में महिला कॉलेज, चाईबासा, जमशेदपुर कॉपरेटिव कॉलेज, द ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर वीमेन, जमशेदपुर और बहरागोडा कॉलेज, बहरागोड़ा के अलावा जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी शामिल हैं.
बैठक में डॉ दीपक प्रसाद, रिमझिम तिर्की, डॉ सचिन कुमार, डॉ अरविंद कुमार मौर्या, डॉ शमशाद आलम, डॉ अनिमा लकड़ा, डॉ विजय कुमार विश्वकर्मा, डॉ राकेश कुमार, प्रो महबूब आलम, प्रो बासुकी नाथ झा, प्रो गोपाल दास, डॉ इरशाद खान, डॉ सुरेंद्र कुमार समेत अन्य शामिल थे.