मच्छरदानी में काउंटर पर गुजारी रात, फिर भी सीट नहीं आई हाथ
गोरखपुर न्यूज़: तत्काल कोटे से कंफर्म टिकट के लिए सुबह 10 बजे से खुलने वाले रिजर्वेशन काउंटर के बाहर रात में ही डेरा डाल दिया. मच्छरदानी लगाकर पूरी रात गुजार दी. इसके बाद भी कंफर्म टिकट नहीं मिला.
धर्मशाला स्थित पीआरएस काउंटर पर रात में ही बहन के साथ डेरा डालने वाली शमा परवीन ने बताया कि मुम्बई जाना है. तत्काल कोटे से टिकट के लिए आरक्षण केन्द्र पर तीन दिनों से लाइन में लग रही थी लेकिन कंफर्म टिकट नहीं मिली. सोचा कि रात में ही आ जाऊंगी तो सुबह कंफर्म टिकट मिल जाएगी. वह बताती हैं कि रात में बहन के साथ पहुंची तो वहां पहले ही कुछ लोग आ गए थे. सुबह काउंटर खुला तो लाइन में उनका दूसरा नंबर था. इसके बाद भी कंफर्म टिकट नहीं मिला. पहला टिकट कंफर्म बनने के बाद वेटिंग हो गया.
वहीं महराजगंज के अरविंद कुमार भी 21 मई से ही तत्काल टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्हें भी कामयाबी नहीं मिली. शमा की तरह अरविंद ने भी आरक्षण केन्द्र के बाहर मच्छरदानी लगाकर रात गुजार दी इसके बाद भी कंफर्म टिकट नहीं मिली. अरविंद के मुताबिक, वह नासिक में नौकरी करते हैं. छुट्टी से लौट कर उन्हें काम पर पहुंचना है. टिकट न मिलने से उनकी मुश्किल बढ़ गई है.
महज 70 सेकेंड में तत्काल कोटा फुल
तत्काल कोटा महज 70 सेकेण्ड में ही फुल हो जा रहा है. लाइन में लगा दूसरे यात्री के हाथ में प्रतीक्षा सूची की ही टिकट आ रही है. सर्वाधिक मारामारी मुम्बई, दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के लिए है. किसी भी ट्रेन में पैर रखने तक की जगह नहीं है. ऐसे में कई यात्री तत्काल कोटे से बर्थ लेने के लिए यात्री एक दिन पहले से लाइन में लग जा रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें मायूसी ही हाथ लग रही है.