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सिवान के रहनेवाले एक मजदूर की बेटी और 5 वीं क्लास में पढ़नेवाली दिव्यांग छात्रा प्रियांशु कुमारी अपने सपनों को साकार करने के लिए एक पैर पर करीब 1 किमी चलकर स्कूल जाती है
सिवानः सिवान के रहनेवाले एक मजदूर की बेटी और 5 वीं क्लास में पढ़नेवाली दिव्यांग छात्रा प्रियांशु कुमारी अपने सपनों को साकार करने के लिए एक पैर पर करीब 1 किमी चलकर स्कूल जाती है. प्रियांशु का सपना डॉक्टर बनने का है. अपने सपने को साकार करने के लिए तमाम तकलीफों को दरकिनार कर एक पैर पर संतुलन बनाकर वह स्कूल पहुंचती हैं. जी बिहार झारखंड ने 30 जून को दिव्यांग प्रियांशु की कहानी को प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने प्रियांशु के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि चलिए अब दोनों पैरों से नई शुरुआत करें.
अभिनेता सोनू सूद ने बढ़ाया मदद का हाथ
दिव्यांग छात्रा प्रियांशु कुमारी की मदद के लिए अभिनेता सोनू सूद ने मदद का हाथ बढ़ाया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि चलिए अब दोनों पैरों से नई शुरुआत करें. जल्द ही प्रियांशु को सोनू सूद की ओर से मदद मिलेगी.
एक पैर से जाती है प्रियांशु स्कूल
यह तस्वीर देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के पैतृक प्रखंड जीरादेई के नरेंद्रपुर के बनथु श्रीराम गांव की है. दिव्यांग प्रियांशु कुमारी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है. उसके पिता रामसागर चौहान खेतो में मजदूरी करते है और मां घर का काम करती है. प्रियांशु एक पैर पर लगभग 1 किलोमीटर से ज्यादा सफर तय कर स्कूल जाती है और अपनी पढ़ाई पूरी करती है. वहीं जिस स्कूल में वो पढ़ती है उस स्कूल के टीचर राजन कुमार चौबे भी खुद विकलांग हैं और इसे मुक्त शिक्षा देते हैं. इस लड़की का सपना है कि वह बड़े होकर आगे बढ़े और डॉक्टर बने ताकि लोगों का इलाज कर सके. यह तस्वीर पूरे समाज के लिए प्रेरणा है. जो प्राकृतिक प्रभाव और आर्थिक अभाव में पढ़ नहीं पाते हैं.
समाज को एक नई दिशा दे रही प्रियांशु
ऐसे में प्रियांशु कुमारी के इस जज्बे ने शिक्षा के प्रति अपनी एक नई सोच पैदा की है और समाज को एक नई दिशा दे रही है. हम प्रियांशु कुमारी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए यह आशा करते हैं कि निश्चित रूप से इनके इस जज्बे को सरकार और समाजसेवी अपनी नजर में रखेंगे और इनके भविष्य को संवारने में सहयोग करेंगे. जी मीडिया की टीम ने पटना के एक समाजिक संस्था से प्रियांशु से कॉल पर बात कराई. जिसके बाद संस्था ने कृत्रिम पैर एक सप्ताह के अंदर लगवाने का आश्वाशन दिया है. वहीं प्रियांशु भरोसा मिलते ही भावुक हो गई.

Rani Sahu
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