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गया. केंद्रीय चयन परिषद सिपाही भर्ती (मद्य निषेध) की लिखित परीक्षा में नकल करते 40 परीक्षार्थी गिरफ्तार किये गये हैं, जबकि नालंदा में कुल 42 नकलची पकड़ गये हैं। इसमें एक सेंटर से ही 37 नकलची परीक्षा में नकल करते गिरफ्तार किये गये। इस दौरान बड़ी संख्या में मोबाइल और ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद किये गये हैं। जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े के अनुसार एकमुश्त 40 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गयाा। वहीं काफी संख्या में ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद किए गए हैं।
गया कॉलेज गया से 9 परीक्षार्थी गिरफ्तार किये गये। वहीं जगजीवन कॉलेज से 5, अनुग्रह कॉलेज से 11, टी मॉडल इंटर विद्यालय से एक, हरिदास सेमिनरी से एक, प्लस टू उच्च विद्यालय चंदौती से 12, अनुग्रह कन्या स्टेशन रोड से एक परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया। यह सभी ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से परीक्षा दे रहे थे। कुल 5994 परीक्षार्थी थे, जिसमें से 4876 उपस्थित हुए। 1118 अनुपस्थित पाये गये। 40 परीक्षार्थियों को परीक्षा में डिवाइस की मदद लेने के आरोप में निष्कासित करते हुए गिरफ्तार किया गया है।
केंद्रीय चयन परिषद द्वारा रविवार को नालंदा के आठ केंद्रों पर मध निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग में सिपाही पद पर बहाली के लिए लिखित परीक्षा ली गई। परीक्षा बिहारशरीफ के आरपीएस स्कूल कचहरी- मकनपुर, किसान कॉलेज, सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज, सदर आलम मेमोरियल स्कूल, डैफोडिल पब्लिक स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल एवं आदर्श प्लस टू हाई स्कूल में ली गई है। परीक्षा के दौरान पुलिस की सक्रियता से 42 नकलची को पकड़ा गया।
इनके पास से ब्लू टूथ डिवाइस भी बरामद किया गया है। वहीं आरपीएस स्कूल के सेंटर से एक साथ 37 परीक्षार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया है। इस मामले में फिलहाल जांच चल रही है। इनमें 36 युवक तो वहीं 1 युवती शामिल है। इस संदर्भ में सभी से पूछताछ चल रही है।
एक साथ 37 परीक्षार्थियों के पकड़े जाने की सूचना पर सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गये हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस की सक्रियता से एक साथ इतने बड़े नकलची को पकड़ा गया है। पांच स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इतनी बड़ी चूक कैसे हुई है, इसका पता जांच के बाद ही चल पाएगा। प्रत्येक केंद्रों पर एक ऑब्जर्वर सहित 3 मजिस्ट्रेट तैनात किये गये थे। परीक्षा के पूर्व सभी परीक्षार्थियों की गहनता से जांच की गई। बावजूद एक साथ एक ही सेंटर पर 37 नकलचियों का पकड़ा जाना कहीं न कहीं सवालियां निशाना खड़ा कर रहा है। वहीं एक बड़े गिरोह की आशंका भी जाहिर हो रहा है, जो मोटी रकम लेकर परीक्षा में मदद करता है।
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