मोतिहारी: बीमार नवजात के इलाज के लिए सदर अस्पताल में न्यूबोर्न केयर यूनिट 24 घंटे डॺूटी कर रहे हैं. मगर चिकित्सक की भारी कमी हो गई. वर्तमान में मात्र तीन चिकित्सकों के सहारे एसनसीयू का संचालन किया जा रहा है. इससे जहां एक ओर बीमार नवजात के ओपीडी और इमरजेंसी दोनों सेवा का समुचित तरीके से प्राप्त करने में आम लोगों को परेशानी हो रहा है.
वहीं चिकित्सक भी मानसिक रूप से बीमार दिखने लगे हैं. जानकारों की माने तो 12 बेड का एसएनसीयू के संचालन के लिए कम से कम चार से छह चिकित्सकों की जरूरत है. मगर सदर अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सको की कमी के कारण एसएनसीयू में पिछले दिनों पांच चिकित्सकों को तैनात किया गया था. पांच चिकित्सकों में एक महिला चिकित्सक बीमार होने के बाद लंबी अवकाश पर चले गये हैं. वहीं एक चिकित्सक पीजी की पढ़ाई करने के लिए सरकारी नियमों के अनुसार अवकाश पर चले गये हैं. एसएनसीयू में तैनात तीन चिकित्सकों में एक चिकित्सक 21 सितंबर के बाद एक चिकित्सक का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. संबंधित चिकित्सक को पीजी का कोर्स पूरा करने के बाद तीन साल के लिए एसएनसीयू में तैनात किया गया था. उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद एसएनसीयू में दो ही चिकित्सक ही रह जायेंगे.
क्या हो रही है परेशानी एसएनसीयू के एक चिकित्सक ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि एसएनसीयू में चिकित्सकों का घोर अभाव है. कम से कम चार चिकित्सकों की सख्त जरूरत है. वर्तमान में तीन चिकित्सक ही कार्यरत है. तीन में एक चिकित्सक भी जाने वाले हैं. ऐसे में दो चिकित्सक से एसएनसीयू कैसे चलेगा. यह एक चिंता का विषय बना हुआ है. उन्होंने कहा कि एसएनसीयू में 8 घंटे के शिफ्ट में तीन शिफ्ट चिकित्सक की जरूरत है. तीनों चिकित्सकों को सात दिन में छह घंटे डॺूटी करेंगे तो भी 18 दिन लगातार डॺूटी कर सकेंगे. ऐसे में काफी दिक्कतें हो रही है. लगातार काम करने से काम के गुणवत्ता पर सवाल उठ सकता है.