आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान ई-गोल्ड कार्ड बनाने में सीवान राज्य में अव्वल
सिवान: आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में ई-गोल्डेन कार्ड बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. ई-गोल्डेन कार्ड कार्ड बनाने में सीवान जिले का नाम सूबे की सूची में सबसे ऊपर है. मिले एक आंकड़े के अनुसार तीन को जिले के विभिन्न सेंटरों पर कुल 01 लाख 01 हजार 889 लाभार्थियों का कार्ड बनाया जा चुका था. इस योजना के लागू होने के बाद से किसी भी एक दिन में ई-गोल्डेन कार्ड बनाए जाने का यह आकड़ा सबसे अधिक है. सूची में दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर रहा, यहां कुल 91 हजार 776 लाभार्थियों का जबकि 83 हजार 856 लाभार्थियों का कार्ड बनाकर तीसरे नंबर पर मधुबनी जिला रहा. को भी कार्ड बनाने का कार्य जारी था और शाम के 03.30 बजे तक करीब 74 हजार 869 कार्ड बनाया जा चुका था.
1236 स्थलों पर ऑपरेटर कर रहे हैं कार्य मिली जानकारी के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना को धरातल पर उतारने की कोशिश तेज कर दी गयी है. प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत लाभार्थियों का ई-गोल्डेन कार्ड पीडीएस दुकान सहित कई अन्य जगहों पर बनाया जा रहा है. बताया गया कि को ई-गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए 1236 स्थलों पर ऑपरेटर कार्य कर रहे थे.
जिले में लाभार्थियों की संख्या है 25 लाख 88 हजार 596 है बताया जाता है कि जिले में लाभार्थियों की संख्या अब बढ़कर 25 लाख 88 हजार 596 तक पहुंच गयी है. वर्ष 2018 में इस योजना को लागू किया गया था. इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य सरकार की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त में पांच लाख रुपये का कैशलेश बीमा उपलब्ध कराना था.
क्या कहते हैं डीपीसी: आयुष्मान भारत के डीपीसी राज किशोर ने बताया कि जिले में करीब 1236 स्थलों पर ऑपरेटर आयुष्मान भारत के तहत ई-गोल्डेन कार्ड बनाने के काम में लगे हैं. तीन को जिले में 01 लाख 01 हजार 889 लाभार्थियों का कार्ड बनाया गया था. यह संख्या राज्य के किसी भी जिले की तुलना में सबसे अधिक है.