सिवान: मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के अंतर्गत जिले की नगर निकायों में आधारभूत संरचनाओं का विकास होगा. योजना के तहत जिले की नगर निगम, नगर परिषद व नगर पंचायतों में सड़क, नाला निर्माण, पार्क निर्माण, तालाबों और घाटों का निर्माण समेत शहर की सौंदर्यीकरण का काम कराया जाएगा. योजनाओं का चयन प्राथमिकता के आधार पर होगा.
इसके लिए जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा. कमेटी के अध्यक्ष जिले के प्रभारी मंत्री होंगे. जबकि जिला पदाधिकारी योजना के सदस्य सचिव होंगे. वहीं स्थानीय विधायक(संबंधित शहरी क्षेत्र), विधान पार्षद(जिले की किसी नगर निकाय के मतदाता होने पर), पुलिस अधीक्षक, नगर निकायों के नगर आयुक्त या कार्यपालक पदाधिकारी व बुडको के कार्यपालक अभियंता समिति के सदस्य होंगे. बताया जाता है कि योजना का कार्यान्वयन बुड्को द्वारा कराया जाएगा. कार्य योजना का भुगतान एजेंसी की पीएल खाते में की जाएगी. बुड्को को परियोजना का प्रतिवेदन तैयार करने, तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने समेत अभियंत्रण की सारी औपचारिकताओं को पूरा कर योजना को कार्यान्वित कराने की जिम्मेदारी दी गई है.
नगर विकास व आवास विभाग द्वारा जारी संकल्प के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत नगर निकायों में आधारभूत संरचनाओं का विकास कराना है. संकल्प में कहा गया है कि राज्य सरकार द्वारा नगर निकायों में पेयजलापूर्ति, पथ व नाला निर्माण समेत नागरिक सुविधाओं को लेकर योजनाएं चलायी जा रही है. लेकिन, योजना एकीकृत नहीं होने के कारण नगर निकायों की सौंदर्यीकरण की संभावना है. शहरी क्षेत्रों की आधारभूत संरचनाओं के विकास को लेकर मुख्यमंत्री शहरी समग्र विकास योजना की शुरूआत की जा रही है. इसके तहत शहरी क्षेत्रों में जल निकासी, गुणवत्ता युक्त सड़कों के निर्माण व जीर्णोद्धार, पार्कों, घाटों व जलाशयों का विकास शामिल है. ताकि शहरी क्षेत्र का विकास तेज गति से हो सके.
योजना के तहत कार्य सभी नगर निकायों में होगी. योजना के माध्यम से ऐसे पथों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो नगर निकाय की हो. साथ ही वे राष्ट्रीय या राजकीय मार्ग को लिंक करता हो. नालों के चयन में आउटफॉल एरिया को प्राथमिकता दी जाएगी. जलजमाव वाले क्षेत्रों में ट्रेंक चैनल बना आउटफॉल चैनल से जोड़ा जाएगा. ताकि जलजमाव की समस्या का समाधान हो सके. निर्मित सड़कों के किनारे पेड़-पौधे पार्किंग स्थल व पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए फूटपाथ के साथ सड़क के दोनों किनारे लाइट की व्यवस्था की जाएगी. सड़कों के बीच डिवाइडर के साथ अंडर ग्राउंड केबलिंग, स्ट्रीट लाइट व हाईमास्ट लाइट की व्यवस्था की जाएगी. नागरिक सुविधाओं के अंतर्गत झीलों, तालाबों, पार्कों, घाटों का जीर्णोद्धार के साथ सौंदर्यीकरण किया जाएगा. साथ ही अन्य जनोपयोगी कार्य कराये जाएंगे. सड़कों के चयन में महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों का ध्यान रखा जाएगा. सड़क निर्माण के दौरान बस व टैक्सी के ठहराव का भी ध्यान रखा जाएगा.