मनमानी रोहतास में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का हो रहा धड़ल्ले से इस्तेमाल
रोहतास न्यूज़: बिहार नगरपालिका प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन(संशोधन) मॉडल उपविधि 2022 को बिहार गजट में प्रकाशित करने से पूर्व इसके प्रचार प्रसार को ले विभाग के अपर सचिव ने नगर निकायों को निर्देश दिए थे. नगर विकास व आवास विभाग द्वारा 15 फरवरी को जारी आदेश में कहा गया था कि पत्र प्राप्ति के बाद एक माह तक व्यपक प्रचार प्रसार किया जाए. ताकि नगर निगम के अंर्तगत प्लास्टिक के उपयोग के साथ क्रय या विक्रय करने वाले लोगों को संशोधित उपविधि की जानकारी हो सके. इस सूचना को नगर निकाय की सूचना पटल पर भी लगायी जाए. जिससे लोगों को जानकारी हो सके. शहरवासियों द्वारा इस उपविधि को मांगे जाने पर निर्धारित दर पर देने को भी निर्देश दिया गया था. लेकिन, नगर निगम द्वारा सिर्फ सूचना पटल पर उपविधि को लगा देने के अलाव प्रचार-प्रसार को ले कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. विभाग द्वारा दिये गये निर्देश का नगर निगम पर असर नहीं हुआ. पत्र प्राप्ति के एक माह होने वाले हैं. लेकिन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल उपविधि 2022 को ले कार्रवाई नहीं की जा रही है. यही वजह है नगर निगम क्षेत्र में प्लास्टिक का उपयोग बेरोकटोक जारी है.
जिले में आदेश की उड़ाई जा रही है धज्जियां
सिंगल यूज्ड प्लास्टिक और उससे बनी वस्तुओं के उपयोग पर जुर्माना की राशि तय किए जाने के बाद भी जिले में आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है. नगरपालिका प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (संशोधन) मॉडल उपविधि 2022 की स्वीकृति के बाद सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के निर्माण, आयात, भंडारण, बिक्री करने के साथ उपयोग करने वालों को जुर्माना देना होगा. बावजूद शहर में खुलेआम सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल दुकानदार करते दिखाई दे रहे हैं. ठेले पर फल, सब्जी बेचने वाले दुकानदारों के अलावे बड़े दुकानदार सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं. उक्त प्लास्टिक में दुकानदार ग्राहकों को सामान बेच रहे हैं. उनमें किसी प्रकार का भय नहीं है. धर्मशाला रोड से पोस्ट ऑफिस चौराहा तक प्राय सभी दुकानदार सिंगल यूज्ड प्लास्टिक में सामान बेच रहे हैं. वहीं ग्राहकों में भी कोई भय नहीं है. ग्राहक हाथों में प्लास्टिक के थैले में सामान लिए बड़े ही आराम से घूमते दिखाई देंगे. को तकरीबन 12 बजे दिन में पोस्ट ऑफिस चौराहा पर सब्जी लेने आए ग्राहक राजेश प्रसाद, माधुरी कुमारी, रेखा देवी, मुकेश सिंह ने बताया कि उन्हें प्लास्टिक पर प्रतिबंध की कोई जानकारी नहीं है. वहीं सब्जी बेच रहे गुड्डू कुमार, मुन्ना प्रसाद, दीवाकर कुमार ने बताया कि हमें मजबूरी मे प्लास्टिक रखना पड़ता है.
नगर निगम नहीं करती है कोई कार्रवाई:
100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक या थर्मोकोल को लेकर नगर निगम द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है. यही वजह है कि सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का उपयोग बेरोकटोक जारी है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है. वहीं प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण भी प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है. बहुत से दुकानदारों को इस नियम की जानकारी भी नहीं है. नगर निगम के पर्यावरण पदाधिकारी मनीष कुमार का कहना है कि सिंगल यूज्ड प्लास्टिक को लेकर समय-समय पर कार्रवाई की जाती है. कार्रवाई की रिपोर्ट राज्य प्रदूषण बोर्ड को भी भेजी जाती है.
सिंगल यूज्ड प्लास्टिक को ले संशोधन उपविधि 2022 का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. नगर निगम की सूचना पटल पर आदेश की प्रति लगा दी गयी है. कहा कि नगर निगम क्षेत्र में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के निर्माण, आयात, भंडारण, बिक्री करने के साथ उपयोग करने वालों पर जुर्माना लगया जाएगा. उन्होंने आम लोगों से भी प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है. -सत्यप्रकाश शर्मा,नगर निगम के नगर आयुक्त