बिहार

केबी झा कॉलेज में शिक्षक व कर्मियों की कमी

Admindelhi1
27 Feb 2024 5:06 AM GMT
केबी झा कॉलेज में शिक्षक व कर्मियों की कमी
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अभाव में छात्रों की पठन पाठन प्रभावित हो रही है

कटिहार: जिले के चार अंगीभूत महाविद्यालयों में ख्यातिलब्ध केबी झा कॉलेज की स्थिति बदहाल है. कर्मियों व शिक्षकों की कमी होने और संसाधनों के अभाव में छात्रों की पठन पाठन प्रभावित हो रही है. कॉलेज की स्थिति और पठन पाठन को लेकर छात्र व उनके अभिभावकों के बीच चर्चा जोर-शोर से हो रही है. ऐसा इसलिए कि जिले के अंगीभूत महाविद्यालय में शिक्षा विभाग के नए निर्देशों पर छात्रों की संख्या बढी. अब छात्र पढ़ने को प्रतिदिन कॉलेज पहुंच रहे हैं. लेकिन संसाधनों व शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के अभाव के बीच उन लोगों की कक्षा प्रभावित हो रही है. केबी झा कॉलेज में परीक्षा भवन नहीं होने की वजह से कभी इंटरमीडएट तो कभी मैट्रिक की परीक्षा को लेकर केन्द्र बनाये जाने की वजह से पठन पाठन प्राय ठप हो जाती है. कॉलेज संचालन के नाम पर केवल दो घंटे के लिए कोरम पूरा किये जाने से छात्रों को समय न तो पठन पाठन न ही मूल व सीएलसी निर्गत हो पा रही है. इससे छात्रों व उनके अभिभावक परेशान हैं. केबी झा कॉलेज जिले की नहीं पूर्वोत्तर बिहार का चर्चित माना जाता है लेकिन संसाधनों के आभाव के कारण धीरे-धीरे अपना ख्याति बनाए रखने के लिए कॉलेज प्रशासन को पसीना बहाना पड़ रहा है. छात्र रोशन कुमार, श्वेता कुमारी, मोहम्मद शकील व उनके अभिभावकों में क्रमश राज निवास पोद्दार,मंजू शर्मा व मोहम्मद असफर का कहना है कि पूर्व में इस कॉलेज में नामांकन के लिए छात्राओं की मारामारी होती थी. दूसरे राज्य व जिलों से छात्र कॉलेज में नामांकन के लिए परेशान रहते थे. विगत वर्षों से संसाधनों की कमी सुविधाओं का अभाव के पीछे विश्वविद्यालय व कालेज प्रशासन की नजर नहीं जाने की वजह से छात्र कॉलेज आना बंद कर कोचिंग के सहारे अपना पठन-पाठन करने को विवश हो गए. शिक्षा विभाग के नये निर्देश के बाद स्थिति सुधरी है. कोचिंग के बजाये कॉलेज पहुंचने लगे हैं.

जर्जर भवन के बीच सिमट रही ख्याति छात्रों की माने कॉलेज की जर्जर भवन के बीच ख्याति दम तोड़ती नजर आ रही है. बैंच डेस्क के घोर अभाव के बीच छात्रों को बरामदे पर बैठकर पठान पठान की मजबूरी रहती है. पानी बिजली से लेकर कैंटीन की सुविधा नहीं रहने की वजह से छात्रों को परेशानी होती है. शिक्षक जैसे तैसे शिक्षा देने को लेकर परेशान रहते हैं.

वर्ग कक्ष के अभाव में इंदौर स्टेडियम में होती है परीक्षा केबी झा कॉलेज में वर्ग कक्षा की कमी इतनी अधिक कमी है की एकमात्र इंदौर स्टेडियम में परीक्षा से लेकर वर्ग संचालन तक की नौबत आ जाती है. करीब करीब सभी वर्ग कक्ष की हालत बद से बदतर है. कभी-कभार एक ही कक्षा में कई वर्गों का अलग-अलग समय पर पठन-पाठन से शिक्षकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है.

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