दरभंगा न्यूज़: डीएमसीएच ओपीडी में कई जरूरी दवाओं की किल्लत हो गयी है. इससे यहां दूर-दूर से आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. खासकर मानसिक रोग से पीड़ित मरीजों को दवा नहीं मिल रही है. दवा के लिए परिजन काफी देर तक कतार में लगे रहते हैं. काउंटर पर पहुंचने के बाद जब उन्हें एक भी दवा नहीं मिलती है तो उन्हें मायूस होकर वहां से लौटना पड़ता है.
मानसिक रोग विभाग में अपनी मां को दिखाने आए सिमरी के राजेश कुमार राम कतार में काफी पीछे खड़े थे. काफी देर के बाद वे काउंटर के सामने पहुंच सके. पुर्जे पर चिकित्सक ने सात प्रकार की दवा लिखी थी. पुर्जा देखने के बाद जब फार्मासिस्ट ने बताया कि फिलहाल इनमें से एक भी दवा उपलब्ध नहीं है तो श्री राम के चेहरे का भाव बदल गया. मायूस होकर वे वहां से लौटने लगे. उन्होंने बताया कि मां को दिखाने वे तीसरी बार यहां आए हैं. पिछली दफा तो उन्हें बाजार से ही सभी दवा खरीदनी पड़ी थी. इस बार भी एक भी दवा नहीं मिल सकी.
वहीं दूसरी ओर बिशनपुर के शिव कुमार ने बताया कि वे कमर दर्द परेशान हैं. चिकित्सक ने पुर्जे पर पांच दवा लिखी. यहां से उन्हें केवल तीन दवा ही मिली. दो दवा उन्हें बाहर से खरीदनी पड़ेगी. वहीं कटरहिया के लक्ष्मण महासेठ ने बताया कि उन्हें आंख की ड्रॉप नहीं मिली. चर्म रोग विभाग में दिखाने वाली नाजनीन ने बताया कि उन्हें भी सभी दवा नहीं मिल सकी. इनके अलावा कई अन्य मरीजों ने बताया कि उन्हें भी समुचित दवा नहीं मिल सकी. हालांकि झंझारपुर के मोहन राउत ने बताया कि दांत विभाग में लिखी गईं सभी दवा उन्हें उपलब्ध करा दी गई.
मनोचिकित्सा सहित कुछ अन्य विभागों में दवा का स्टॉक फिलहाल कुछ कम है. दवा की आपूर्ति के लिए बीएमएसआईसीएल को लिखा गया है. तत्काल मरीजों को तीन-तीन दिनों की दवा देने को कहा गया है. जल्द ही सभी दवा मिल जाएगी.
-डॉ. हरेंद्र कुमार, उपाधीक्षक