मधुबनी: जिले को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का जिम्मा संभालने वाले लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के जिला कार्यालय में ही पानी की किल्लत है. विभाग के कार्यपालक अभियंता के घर पर लगे सबमर्सेबल से पानी लेकर कर्मी आते हैं या अपने घर से बोतल में पानी लाते हैं. तपती दोपहर में बोतल का पानी खत्म होने के बाद इन कर्मियों को काफी परेशानी होती है.
कार्यालय जाने पर दिखा कि यहां पर लगे शीतल पेयजल आरओ में जंग लग गया है. मकड़ा ने जाल बना लिया है. कीड़े-मकोड़े हैं. झाड़ झंखाड़ चारों तरफ उग आया है. कर्मियों ने बताया कि लगभग डेढ़ साल से यह बंद पड़ा हुआ है. यहां आने वाले जिले भर के लोगों को पानी के लिए बोतल खरीदना पड़ता है. यहां के कार्यालय की स्थिति लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
निगम में लगा है आरओ नगर निगम कार्यालय में कर्मी व आमलोगों के पीने के लिए आरओ लगाया है. प्रतिदिन इसे चेक करने और उसे सही रखने के लिए कर्मी को प्रतिनियुक्त किया गया है. यह हमेशा चालू हालत में रहता है. बिजली नहीं रहने पर इसे चालू रखन के लिए इसे इंवर्टर से जोड़ दिया गया है.
नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि आमलोगों को या कर्मी को पेयजल की समस्या न हो इसके लिए आरओ की नियमित जांच का निर्देश दिया गया है. स्वच्छ पेयजल हर लोगों को उपलब्ध हो, इसके लिए इसे सुनिश्चित किया गया है.
खनन विभाग व एसएफसी में डिब्बा बंद पानी खनन विभाग में पेयजल की समस्या है. किसी तरह से कर्मी पेयजल की व्यवस्था करते हैं. वहीं, एसएफसी में प्रतिदिन डिब्बा बंद पानी मंगवाया जाता है. जिला प्रबंधक पंकज कुमार ने बताया कि स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिए यहां पर डिब्बा बंद पानी मंगवाया जा रहा है ताकि किसी को समस्या न हो.