बेगूसराय न्यूज़: बैंक से लोन लेकर समय पर वापस नहीं करने वाले हठी बकायेदारों पर बैंक प्रबंधन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की गढ़पुरा शाखा द्वारा पुलिस टीम के साथ हठी बकायेदारों के यहां ऋण वसूली अभियान चलाया गया. इसमें कुल सात केसीसी ड़िफॉल्टरों को पकड़ा गया. ऑन द स्पॉट पांच वारंटियों के द्वारा ऱकम जमा करने के पश्चात उन्हें रिहा कर दिया गया.
रिकवरी ड्राइव का नेतृत्व क्षेत्रीय कार्यालय के नोडल वसूली अधिकारी शशि अग्रवाल, आर.के. मिश्र, गढ़पुरा शाखा के रिकवरी अधिकारी अमित कुमार एवं शाखा प्रबंधक संतोष कुमार कर रहे थे. इस अभियान में 4.50 लाख रुपए की नकद वसूली की गई.
क्षेत्रीय कार्यालय के नोडल वसूली अधिकारी ने बताया कि बैंक का ऋण लेकर जान बूझकर चुकता नहीं करने वालों पर ़कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. श्री अग्रवाल ने बताया कि ऋण वसूली अभियान में जिन वारंटियों को पकड़ा गया उनमें दुनही निवासी सतीश प्रसाद सिंह, रामबालक सिंह, मानिकपुर निवासी विनोद यादव, अमित कुमार, सत्य नारायण यादव, कोरैय निवासी संजीत कुमार एवं धर्मपुर निवासी पन्नालाल पासवान शामिल हैं. इन सभी के द्वारा 2013-14 में गढ़पुरा शाखा से केसीसी ऋण लिया गया था जो लगातार नोटिसों के बावजूद अभी तक बैंक को रकम वापस नहीं किए. शाखा के द्वारा पूर्व में ही पीडीआर एक्ट के तहत 349 ऋण ड़िफॉल्टर के ़खलिा़फ केस दर्ज कराया जा चुका है. इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सभी ड़िफॉल्टर ऋणियों पर नीलाम अधिकारी द्वारा बॉडी वारंट निर्गत किया जा चुका है. इधर, बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक पी.के. घोष ने सभी ड़िफॉल्टर ऋणियों को अविलंब बैंक शाखा में पहुँचकर अपना बकाया ऋण चुकता करने को लेकर आगाह किया है. साथ ही, यह भी अल्टीमेटम दिया है कि किसी भी समय ़कानूनी प्रक्रिया के तहत ड़िफॉल्टर ऋणियों की गिरफ़्तारी की जा सकती है .