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पटना। सरकारी नौकरी लगवाने वाले सेटर्स के एक गैंग का कोतवाली थाना की पुलिस ने खुलासा किया है। गैंग में शामिल 6 सेटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लगातार दो दिनों की कार्रवाई के बाद ये शातिर पकड़े गए। इनके पास से पुलिस ने एक विदेशी ऑटोमेटिक पिस्टल, 12 गोली, 3 मोबाइल, कैंडिडेट्स से लिए गए 8 लाख 2 हजार रुपए, 1 चेक बुक, 5 कैंडिडेट्स के एजुकेशन सर्टिफिकेट्स और सरकारी नौकरी के लिए होने वाले अलग-अलग एग्जाम के 61 कैंडिडेट्स के एडमिट कार्ड को बरामद किया गया है।
एग्जाम से 15 मिनट पहले पहुंचाते हैं आंसर दरअसल, कोतवाली थानेदार संजीत सिंह को सूचना मिली थी कि फ्रेजर रोड में स्थित महाराजा कामेश्वर कॉम्प्लेक्स कैंपस के होटल निर्वाणा में कुछ अपराधी रूके हुए हैं। इसके बाद ही टीम बनाकर थानेदार ने छापेमारी की। यह कार्रवाई 7 सितंबर की देर रात को हुई। यहां से पुलिस ने 31 साल के मो. रिजवान अहमद को 8 लाख 2 हजार रुपए और 28 साल के विनोद को पिस्टल व गोलियों के साथ पकड़ा। साथ में कैंडिडेट्स के डॉक्यूमेंट्स को भी बरामद किया। फिर इन दोनों से पूछताछ हुई। तब पता चला कि सेटर्स गैंग के एक्टिव मेंबर्स हैं। जो बिहार पुलिस में सिपाही, ड्राइवर, SSC और रेलवे की वेकैंसी में रुपए लेकर सेंटिंग करते हैं। इनका बड़ा रैके है। जिन कैंडिडेट्स के साथ इनकी सेटिंग होती है, उनसे लाखों रुपए लेते हैं और फिर एग्जाम से 15 मिनट पहले उनके पास सवालों के जवाब पहुंचवाते हैं।
नालंदा का है मेन सरगना रिजवान और विनोद की निशानदेही पर 8 सितंबर को पुलिस ने कई जगहों पर रेड की। फिर विनोद कुमार, गुड्डू, पिंटू चौधरी और राजा कुमार को गिरफ्तार किया। थानेदार के अनुसार इस गैंग का मेन सरगना नालंदा जिले का रहने वाला एक शख्स है। जबकि, गिरफ्तार मो. रिजवान इस गैंग का सेकेंड और इसके साथ होटल से पकड़ा गया विनोद थर्ड मैन है। बाकी इस गैंग के एक्टिव मेंबर हैं। फिलहाल शुक्रवार को इन सभी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस की जांच अभी भी जारी है। इनके पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। जब्त मोबाइल को चेक किया जा रहा है। उससे भी कुछ ठोस सबूत निकालने की कोशिश हो रही है।
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