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सहरसा। सिंचाई सृजन विभाग व जल संसाधन विभाग में सहरसा के नहरो पर काम करने वाले मौसमी कर्मचारियों द्वारा अपने 21 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को स्टेडियम के निकट बैठक किया। बैठक में सहरसा राघोपुर त्रिवेणीगंज एवं वीरपुर प्रमंडल के मौसमी कर्मचारियों ने भाग लिया।इस अवसर पर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट के राज्य सलाहकार माधव प्रसाद सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग में नहर पर काम करने वाले मौसमी मजदूरों से काम लेने के बाद नियमित रूप से मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लंबित भुगतान, सेवा नियमितीकरण एवं नियमित रूप से काम उपलब्ध कराए जाने को लेकर बैठक आयोजित की गई है।
उन्होंने कहा कि 21सूत्री मांगों को लेकर मजदूरों द्वारा इसी माह में 19 अक्टूबर से धरना-प्रदर्शन एवं विरोध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।उन्होंने बताया कि इस संबंध में सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को आवेदन देकर मजदूरों की मजदूरी भुगतान करने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि इन मजदूरों को 2019 से 2022 तक रबी एवं खरीफ फसलों में किए गए कार्यों का आधा अधूरा ही भुगतान अब तक किया गया है। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहर मरम्मति के नाम पर पैसे का गबन किया जा रहा है। इन मजदूरों को काम करने के बावजूद भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन मजदूरों की वाजिब मांग को लेकर कर्मचारी संघ द्वारा भी आंदोलन की सहमति व्यक्त की गई है।इस अवसर पर अध्यक्ष ललन कुमार झा, चितरंजन पांडे, रमेश कुमार, संजय रावत, राजूमन रमन, महेश्वर राम,हरि सादा, श्याम सुंदर कुमार, विजेंद्र यादव,अरुण यादव, मनोहर मेहता सहित अन्य मौजूद थे।
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