गया न्यूज़: इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में शामिल होने के लिए सूबे के स्कूल दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. कारण पूछा जा रहा है तो स्कूल प्रशासन गर्मी छुट्टी होने का बहाना बना रहा है, जबकि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है.
इस बाबत बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिला शिक्षा कार्यालय को नोटिस जारी किया है. सभी जिलों को जल्द से जल्द नवाचार आइडिया के आवेदकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है.
सबसे ज्यादा सहरसा जिला से आइडिया शामिल अमूमन देशभर से आइडिया भेजने में बिहार के स्कूल पहले या दूसरे नंबर पर होता है, लेकिन इस बार 15वें स्थान पर है. अब तक राज्य भर से 6021 आवेदकों के ही आइडिया आए. सबसे ज्यादा सहरसा जिला से 885 बच्चों का आइडिया शामिल है. 21 जिलों के स्कूलों से अब तक सौ से कम आइडिया मिले. मालूम हो कि हर साल यहां तक कि कोरोना काल में भी स्कूलों की ओर से 72 से 80 हजार आवेदकों ने आइडिया भेजे थे, लेकिन इस बार दस हजार का आंकड़ा भी पूरा नहीं हो पाया है.
इन जिलों में पांच सौ से अधिक आवेदन आए सहरसा - 885, सारण - 654, वैशाली - 600, कैमूर - 571, पश्चिम चंपारण - 521
इन जिलों में पांच सौ से कम आइडिया आए पूर्णिया - 383, किशनगंज - 375, बेगूसराय - 309, समस्तीपुर - 297, जहानाबाद - 280, अररिया - 221, मुजफ्फरपुर - 163, मधेपुरा - 129
दस से कम नवाचार आइडिया भेजने वाले जिले सीवान - 06, कटिहार - 05, मधुबनी - 05