बिहार

पोषण अभियान में सारण तीसरे स्थान पर

Admin Delhi 1
16 Sep 2023 9:28 AM GMT
पोषण अभियान में सारण तीसरे स्थान पर
x

पटना: पोषण अभियान कार्यक्रम के तहत सारण जिले ने बेहतर काम किया है. इसके लिए सारण जिला को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया है.

सूबे के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने पटना के ज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में आईसीडीएस की डीपीओ कुमारी अनुपमा, पोषण अभियान के जिला समन्वयक सिद्धार्थ सिंह ,जिला प्रोग्राम सहायक अरविंद कुमार व एकमा की सेविका लखी प्रसाद को सम्मानित कर सभी का उत्साहवर्द्धन किया. समाज कल्याण विभाग की तरफ से इस साल मार्च माह में पोषण पखवारा का आयोजन किया गया था.इसमें बेहतर काम करने वाले जिलों को सम्मानित करने के लिए समारोह का आयोजन किया गया. यह पुरस्कार बेहतर करने वाले जिलों को दिया गया. कटिहार को प्रथम स्थान व बक्सर को दूसरा स्थान मिला है. समारोह में समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा व निदेशक कौशल किशोर भी सारण डीपीओ व सारण की टीम को प्रोत्साहित किया. मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पोषण अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में आईसीडीएस की अहम भूमिका होती है. इसके लिए सभी को यह संकल्प लेना होगा कि इस अभियान को जन जागरण के तहत लेकर समाज के निचले तबके के लोगों को जोड़ा जाए.

मंत्री से सम्मानित होने के बाद डीपीओ ने कहा कि यह सिर्फ उनका सम्मान नहीं बल्कि सारण जिला का सम्मान है.

आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका, कर्मी,सेविका- सहायिका सभी ने आपस में बेहतर समन्वय बनाकर इस अभियान को सफल बनाया. सारण को सूबे में तृतीय स्थान मिलने पर आईसीडीएस विभाग की पर्यवेक्षिका, सेविका -सहायिकाओं ने खुशी जताते हुए कहा कि जल्द ही सारण सूबे में अव्वल स्थान पर रहेगा.

तीन कर्मियों से मांगा स्पष्टीकरण

डीईओ ऑफिस के लिपिक सुमंत प्रसाद व अरविंद कुमार के अलावा एमडीएम योजना के प्रखंड संसाधन सेवी मो. शब्बीर कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

पत्र प्राप्ति के साथ ही स्पष्टीकरण का जवाब उपलब्ध कराने को कहा गया है. इस संदर्भ में समय से प्रतिवेदन नहीं मिलने पर दोनों लिपिक व प्रखंड संसाधन सेवी के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए अग्रेतरी विभागीय कार्रवाई शुरू की जायेगी. बहरहाल, डीपीओ सह सीवान सदर के प्रभारी बीईओ द्वारा डीईओ को दिए गए पत्र के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है. इस संदर्भ में डीईओ को दिए गए पत्र में बताया गया है कि इनके द्वारा नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण नहीं किया जा रहा है. वरीय अधिकारी के आदेश की अवहेलना के साथ ही स्वेच्छाचारिता को दर्शाता है.

Next Story