बिहार
संत परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी संगोष्ठी 3 सितम्बर को आयोजित
Shantanu Roy
29 Aug 2022 5:46 PM GMT
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बड़ी खबर
सहरसा। मैथिली विभाग द्वारा मैथिली साहित्य आ परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी विषय पर एमएमटीएम कॉलेज मे एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन तीन सितंबर को किया जाएगा।संगोष्ठी का आयोजन सचिव परमानंद झा और संयोजक उदय कांत मिश्र ने जानकारी दी कि इस संगोष्ठी मे मिथिला के नामचीन विद्वान सब भाग लेगे।साथ ही इस संगोष्ठी मे युवा फ़िल्म निर्देशक सुमित सुमन को भी लक्ष्मीनाथ गोस्वामी पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रण दिया गया है।
ज्ञात हो सुमित सुमन लक्ष्मीनाथ गोस्वामी पर बहुत से कार्यक्रम पूर्वमे निष्पादित कर चुके है वही अब भी सक्रिय रूप से गोसाई आधारित कार्यक्रम मे संलग्न है।वही बहुत दिन से शोध कार्य सहित लक्ष्मीनाथ गोस्वामी की कुटी दर्शन के उद्देश्य से ''चलू बाबाजीक धाम'' मैथिली फीचर फिल्म के निर्माण निर्देशन में भी संलग्न है।जिसका प्री. प्रोडक्शन कार्य सम्पन हो चुका है।जिसमे प्रसिद्ध भजन गायक पदम् विभूषण उदित नारायण, भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा, मिथिला कोकिला डॉ. रंजना झा, लोकगायिका सविता मिश्रा, सूफी गायक विनोद ग्वार आदि ने अपना स्वर दिया है।इस फिल्म का निर्माण शिम्मर फिल्म्स इंटरनेशनल के बैनर तले हो रहा है।
विदित हो कि परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मिथिला के सिद्ध कवि संत थे।जिन्हे अष्ट सिद्धि प्राप्त थी जिसके बल पर जीवन पर्यंत लोगो के हर प्रकार के समस्या का समाधान किया।यही कारण वश उनके ईसाई शिष्य जाॅन एवं मुस्लिम शिष्य थे।जिनका प्रत्यक्ष अनुभूति आज भी लोगो को रोमांचित करता है।जिनका जन्म परसरमा गांव मे हुआ लेकर कर्मस्थली बनगांव रहा।इस सिद्ध पुरुष का कुटी सुपौल संग संग मिथिला के दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, समस्तीपुर, बेगूसराय संग काठमांडू, जमशेदपुर, बोकारो, देश राजधानी दिल्ली में भी अवस्थित है।जहां नियमित रूप से भजन-कीर्तन संग अध्यात्मिक चर्चा किया जा रहा है।इसलिए सभी कुटी पर भक्तो की अपार भीड़ लगती है।
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