मुंगेर न्यूज़: बरियारपुर में चल रहे रूद्र महायज्ञ के दूसरे दिन चित्रकूट से आए विष्णु दत्त महाराज ने कहा कि भगवान शिव की महिमा अपरंपार है. शिव रूद्र हैं, देवों के देव महादेव हैं, महायोगी व तपस्वी हैं. शिव को जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है. उनकी आराधना से मोक्ष मिलता है. अंतस के जागरण के लिए शिवतत्व की जरूरत होती है.
उन्होंने शिवपुराण की एक कथा को सुनाते हुए कहा कि जब धरती एवं पाताल सहित पूरा ब्रह्मांड जलमग्न था, तब ब्रह्मा, विष्णु और महेश के सिवा कोई भी देव या प्राणी नहीं थे. तब केवल विष्णु ही जल सतह पर अपने शेषनाग पर लेटे नजर आ रहे थे. तब उनकी नाभि से कमल नाल पर ब्रह्मा प्रकट हुए. सृष्टि के संबंध में बात करने के दौरान शिवजी प्रकट हुए. जिसे ब्रह्मा ने पहचानने से इंकार कर दिया. शिव के रुठ जाने के भय से भगवान विष्णु ने दिव्य दृष्टि से ब्रह्मा को शिव की याद दिलाई तब ब्रह्माजी को अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने ब्रह्माजी के द्वारा सृष्टि की रचना में भगवान शिव के योगदान को विस्तार से बताया. प्रवचन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ को लेकर क्षेत्र में भक्ति का आवेश फूट पड़ा है. बरियारपुर ही नहीं दूसरे गांव से भी श्रद्धालु यज्ञ में पूजा करने एवं प्रवचन सुनने पहुंच रहे हैं. वहीं इस कार्यक्रम में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं. साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर स्थानीय समेत आसपास के क्षेत्र के लोगों को समिति के सदस्यों को पूरा सहयोग मिल रहा है. जिससे रुद्र महायज्ञ का सफल संचालन हो रहा है.