गया न्यूज़: राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अधीन डिग्री कॉलेजों के 787 शिक्षकों और 944 शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के एक दिन का वेतन कटेगा. शिक्षा विभाग ने इस संबंध में विश्वविद्यालयों को आदेश जारी किया है. ये सभी शिक्षक बिना अनुमति के कॉलेज से अनुपस्थित थे.
शिक्षा विभाग स्कूल से लेकर कॉलेजों तक में प्रतिदिन उपस्थित होने वाले शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की रिपोर्ट प्राप्त कर रहा है. स्कूल और कॉलेज दोनों को लेकर ही विभाग का निर्देश है कि जो बिना अनुमति के गायब हैं, उनका उसदिन का वेतन कटेगा. विभाग का यह भी कहना है कि जिन संबद्ध कॉलेजों में शिक्षकों की गैरहाजिरी प्रतिदिन अधिक रहती है, उनकी संबद्धता समाप्त करने की भी विश्वविद्यालय कार्रवाई करे. इसके साथ ही विभाग ने उन कॉलेजों को विशेष हिदायत दी है, जिनके यहां से हाजिरी की रिपोर्ट ही नहीं आ रही है. अनुपस्थित पाये गये 787 शिक्षकों में 715 संबद्ध कॉलेजों और 72 अंगीभूत कॉलेजों के हैं. इसी प्रकार 944 शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में 909 संबद्ध कॉलेजों और 25 अंगीभूत कॉलेजों के हैं. राज्य के 15 विश्वविद्यालयों के ये शिक्षक-कर्मी हैं. इनमें सबसे अधिक पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के 151 शिक्षक और 213 शिक्षकेत्तर कर्मचारी शामिल हैं. वहीं, मगध विश्वविद्यालय के 100 शिक्षक और 176 शिक्षकेत्तर कर्मचारी हैं. पटना विश्वविद्यालय के केवल एक शिक्षक और तीन कर्मचारी शामिल हैं. विश्वविद्यालयों के माध्यम से विभाग में आ रही हाजिरी रिपोर्ट के अलावा विभाग के पदाधिकारी भी कॉलेजों में भौतिक निरीक्षण कर रहे हैं.
238 स्कूली शिक्षक अनुपस्थित
निरीक्षण के दौरान विभिन्न स्कूलों के 238 शिक्षक बिना अनुमति के अनुपस्थित पाए गए. इनका भी एक दिन का वेतन काटने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया गया है. राज्य के 23 हजार 278 स्कूलों का निरीक्षण किया गया. इनमें 3728 स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम और 16,112 में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से अधिक रही.