बिहार

मनाई गई संत रविदास जयंती, नाटक का हुआ मंचन

Shantanu Roy
5 Feb 2023 5:12 PM GMT
मनाई गई संत रविदास जयंती, नाटक का हुआ मंचन
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भागलपुर। गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर में रविवार को महान संत रविदास की जयंती मनाई गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक, जयंती प्रमुख उत्तम कुमार मिश्र, संजीव कुमार मिश्र, अनिल मिश्र एवं छात्रों के द्वारा संत रविदास के चित्र पर पुष्पार्चन कर जयंती का शुभारंभ किया गया। प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक ने कहा कि महान संत, समाज सुधारक एवं सामाजिक समरसता के प्रणेता संत रविदास का जीवन आदर्श एवं अनुकरणीय था। एक विशिष्ट मानव के रूप में उनका जीवन दर्शन, आत्म चिंतन एवं कर्मठता आज के सामाजिक परिवेश के लिए अनुकरण के योग्य है। मन की शुद्धता एवं कर्तव्य निष्ठा से ईश्वर को प्राप्त करने वाले रविदास का जीवन भारत के लिए ही नहीं अपितु संसार के लिए अनुकरणीय है। मन चंगा तो कठौती में गंगा जैसे सूक्ति के आधार पर सिद्ध किया कि ईश्वर प्राप्ति के लिए मन की पवित्रता एवं कर्तव्य भावना आवश्यक है।
मौके पर विनय कुमार शुक्ला ने संत रविदास रचित तुम चंदन हम पानी भजन को अर्थ सहित प्रस्तुत करके उनके मन के भक्ति भावना को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संत रविदास की भक्ति में भक्त और भगवान दीपक एवं बाती तथा सुई एवं धागा के समान होते हैं। इस अवसर पर उत्तम कुमार मिश्र ने कहा कि हमेशा संत जनों के साथ रहने वाले धार्मिक कार्यों के प्रति रुचि रखने वाले संत जनों की सेवा करने के कारण प्राप्त वास्तविक ज्ञान से संत रविदास महान एवं अमर बन गए। अनिल मिश्रा ने कहा कि छुआ छूत, जाति प्रथा, ऊंच-नीच आदि सामाजिक कुरीतियों को अपने कर्तव्य एवं रचना के द्वारा इन्होंने दूर करने का प्रयास किया। राजीव लोचन झा ने कहा कि महान संत रविदास का जीवन आज भी आदर्श है। इन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास, अंधभक्ति एवं सामाजिक कुरीतियों को समूल नष्ट करने का अथक प्रयास किया। इस अवसर पर छात्रों के द्वारा संत रविदास पर आधारित नाटक का भी मंचन किया गया।
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