बिहार में एनडीए सरकार के घटक दल बीजेपी और जदयू के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखा जा रहा है. पटना टेरर मॉड्यूल सामने आने के बाद से दोनों दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी की होड़ लगी हुई है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ सवाल खड़े कर रहे बीजेपी के कुछ नेताओं को एक सीनियर मंत्री ने आड़े हाथों लिया है.
आरोप-प्रत्यारोप की परंपरा अच्छी नहीं
जदयू नेता और राज्य सरकार में मंत्री विजेंद्र यादव का कहना है कि घटक दलों के नेताओं को किसी मामले में आपस में बैठकर निर्णय लेना चाहिए. आरोप-प्रत्यारोप का काम विपक्ष का है. उन्होंने कहा कि एनडीए में आरोप-प्रत्यारोप की परंपरा की शुरुआत अच्छी नहीं है. ये सरकार आपकी भी है और सत्ताधारी दल के दोनों दल के नेताओं को आपस में बैठकर बातचीत करनी चाहिए.
दलों के बीच होती थी कोऑर्डिनेशन कमेटी
विजेंद्र यादव ने कहा कि लोगों को बोलने की आदत हो गई है. क्या वे नहीं जानते कि वे भी सरकार में है. एनडीए में पहले एक मर्यादा थी और नियंत्रण था. लेकिन अब इसमें कमी आई है. अटल बिहारी वाजपेई के समय में कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाती थी. लेकिन आज कोई कोआर्डिनेशन कमेटी नहीं है. एक कमिटी जरूर होनी चाहिए.
बीजेपी नेता के बयान पर भड़के
विजेंद्र यादव, सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता रामसूरत राय के एक बयान पर काफी भड़के नजर आए. राय ने ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर बयान दिया था कि मंत्री की सरकार में नहीं चलती. इस पर विजेंद्र यादव ने कहा कि सरकार आपकी है, आप किसको सुना रहे हैं? ट्रांसफर पोस्टिंग कराना-इसे मंत्री की चलती नहीं, ऐसा नहीं कहा जा सकता. यह पूरी तरह प्रशासनिक मामला है. विजेंद्र यादव ने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर नाराजगी की बात बिल्कुल गलत है .सरकार में काम नियम कानून से होता है. नीतीश कुमार हमारे अभिभावक हैं. वे सब के साथ कोआर्डिनेशन बनाकर काम करते हैं.
नहीं दिया मंत्री के जवाब पर बयान
विजेंद्र यादव के बयान पर रामसूरत राय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि विजेंद्र यादव हमारे अभिभावक हैं और हम सब उनके सामने बच्चे हैं.
मदरसों की जांच को लेकर चल रही राजनीति
पटना टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद से बिहार बीजेपी के नेता लगातार मदरसों की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी ने कहा गड़बड़ी की संभावना पर समय-समय पर जांच की जाती है. एक जांच में ही पीएफआई में चल रहे गतिविधियों की जानकारी मिली थी. ये हम नहीं कह सकते हैं कि मदरसों में देश-विरोधी गतिविधि चलाई जा रही है. सभी मदरसों की जांच हो यह उचित नहीं है.
वहीं मदरसों और पीएफआई पर शुरू हुई सियासत को लेकर विजेंद्र यादव ने कहा कि जो भी आदमी गैर-कानूनी काम करेगा, उसके खिलाफ कानूनन कार्रवाई होगी. गड़बड़ी करने वाले लोग हर जगह होते हैं. माता सीता का भी अपहरण किया गया था. मोहम्मद साहब को भी मक्का से मदीना जाना पड़ा था. कौन क्या कह रहा है, उस से मतलब नहीं है, बिहार में यदि कोई गड़बड़ी करेगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.