न्यूज़क्रेडिट: newsnationtv
जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन तमाम खबरों पर रोक लगा दी है जिसमें कहा गया था कि वह नीतीश कैबिनेट में मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज हैं. पीसी कर कुशवाहा ने कहा कि मैं कहीं गायब नहीं था. सभी के भावना के अनुरूप गठबंधन बना और गठबंधन में परिवर्तन करना जरूरी था. हमारे मंत्रिमंडल विस्तार में नहीं होने पर अनाप-शनाप बातें कही गई थी. मेरी नाराज होने की सारी बातें बेबुनियाद हैं. जिस दिन उप मुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण समारोह हुआ, उस दिन से 10 दिन पहले ही हमारा कार्यक्रम परिवार के साथ कहीं जाने का बन चुका था. सार्वजनिक जीवन के साथ-साथ लोगों का परिवारिक जीवन भी है, मेरा कार्यक्रम पहले से बना था और मैं चला गया.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी रुचि मंत्री बनने में नहीं था और ना ही भविष्य में मंत्री बनने में रुचि है. कागज में लिख कर आप रख लीजिए, हमें बिहार में मंत्री नहीं बनना है. पार्टी के संगठन के लिए काम करना है. हमारे लिए मंत्री का पद कोई मायने नहीं रखता. मैंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से खुद इस्तीफा दिया है. जब मुझको मंत्री नहीं बनना है तो नाराजगी कहां से होगी, अपनी नाराजगी को व्यक्त करने के लिए बड़ा-बड़ा पद उपेंद्र कुशवाहा ने छोड़ दिया है.
हमारे लिए पद कोई बड़ी चीज नहीं है, आज की तारीख में हमारी विचारधारा को कैसे बचाए रखें और आगे बढ़ाएं इस विचारधारा के सामने संकट खड़ा किया जा रहा है. 2024 का पहला मिशन पार्टी को स्थापित करना और नेता को स्थापित करना है. 2024 अवसर पर पार्टी और नेता दोनों को स्थापित करना, 2024 यही हमारा मिशन है. जब मैं पार्टी में आया था. उसी समय मैंने डिसाइड किया था कि मैं संगठन के लिए काम करूंगा, हमें मंत्री नहीं बनना है.
बीमा भारती के बयान पर उन्होंने कहा कि बीमा भारती को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने बिल्कुल सही कहा है. भाजपा के साथ यही दिक्कत है. 2024 तक पार्टी अपने नेता को देश के स्तर तक स्थापित करना है. नीतीश कुमार देश के सबसे बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं.