सिवान न्यूज़: सदर अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को सरकारी स्तर पर उपलबध रहनेवाली करीब आधी दवाएं नहीं मिल रही हैं. इनमें जीवन रक्षक दवाएं भी शामिल हैं.
लिहाजा, डॉक्टर द्वारा पर्ची पर लिखी दवा मरीजों को बाहर की दुकानों से खरीदारी करनी पड़ रही है. भी पड़ताल के दौरान कई मरीजों को पर्ची पर लिखी दवाएं काउंटर पर नहीं मिल सकीं. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले लिस्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुल 456 प्रकार की दवाएं अस्पताल में मुफ्त में उपलब्ध करायी जाती हैं. लेकिन अभी 230 दवाएं ही मिल पा रही हैं. इनके अलावा रोजाना उपयोग की दवाएं भी मिल रही हैं. कई बार इंन्डेंट के बाद भी कई दवाओं की आपूर्ति नहीं हो पाती हैं. इस कारण ये दवाएं मरीजों को भी नहीं मिल पाती हैं. अस्पताल आए नौतन प्रखंड क्षेत्र के अनिल कुमार ने बताया कि महिला वार्ड में डिलीवरी को लिए मरीज को भर्ती कराया है. डॉक्टर द्वारा लिखी गई कई दवाएं अस्पताल में नहीं मिलने के कारण उन्हें बाहर की दुकानों से खरीदना पड़ा है.
नन आरसी 226 व आरसी लिस्ट में 230 दवाएं हैं बताया गया कि विभाग के पोर्टल पर कुल 456 प्रकार की दवाएं दिखाई जाती हैं. इनमें से 230 प्रकार की दवाएं आरसी जबकि 226 प्रकार की दवाएं नन आरसी की श्रेणी में हैं. आरसी का मतलब है कि इन्हें इंडेंट किया जा सकता है. जबकि, नन आरसी का मतलब पोर्टल पर दिखाई तो देता है. लेकिन, इनका इंडेंट नहीं किया जा सकता है. इन्हें स्थानीय स्तर पर खरीदारी कर मरीजों को मुहैया कराना होता है. बताया गया कि कई बार वित्तीय मामला आड़े आ जाता है और दवाओं की खरीदारी नहीं की जाती है. वहीं, जिला भंडारण में कुल 329 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होने की बात बतायी गयी.
क्या कहते हैं अस्ताल अधीक्षक सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मो. इसराइल ने बताया कि जो भी दवाएं जिला भंडारण कक्ष में उपलब्ध होती हैं. डॉक्टर द्वारा पर्ची पर लिखे जाने के बाद काउंटर पर मरीजों को मुफ्त में उपलब्ध करायी जाती हैं. बेहतर सुविधा मिल रही है कि नहीं दवा काउंटर पर कई बार औचक निरीक्षण भी किया जाता है. इसके बाद आवश्यक निर्देश भी दिया जाता है.