बिहार
आरएसएस ने मनाया शरद पूर्णिमा, खुले आसमान के नीचे रखा खीर प्रसाद के रूप में किया ग्रहण
Shantanu Roy
10 Oct 2022 6:14 PM GMT
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अररिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ फारबिसगंज के द्वारा स्थानीय शिशु विद्या मंदिर फारबिसगंज के प्रांगण में शरद पूर्णिमा उत्सव हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया।इस दौरान दूध में पकाया गया खीर खुले आसमान के नीचे रख कर उसको प्रसाद के रूप में ग्रहण किया।इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण तथा ध्वजप्रणाम के साथ हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को गणशिक्षकों ने शारिरिक,योग,व्यायाम आदि कई प्रकार के खेल प्रदर्शित किया।वही शरद पूर्णिमा उत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सह विभाग संचालक राम कुमार केशरी ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा सोलह कलाओं के साथ अपनी रोशनी बिखेरती है। इस दिन पौराणिक परंपराओं के अनुसार शरद पूर्णिमा को चंद्रमा से एक विशेष प्रकार का किरण निकलता है। जिसे मनुष्य शुद्ध भोज पदार्थ में समाहित कर ग्रहण करता है तो कई प्रकार के शारीरिक कष्टों से निदान प्राप्त होती है।
अर्थात दूध में पकाया गया खीर खुले आसमान के नीचे चंद्रमा से निकलने वाले प्रकाश के समक्ष रखकर उसमें अमृत समागम कराया जाता है। जिसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना हमारे लिए काफी लाभप्रद होता है। शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा भी कहते हैं।जब वृंदावन में श्रीकृष्ण महारास रचा रहे थे तब चंद्रमा आसमान से सब देख रहा था।तब वह इतना भाव-विभोर हुआ कि उसने अपनी शीतलता के साथ पृथ्वी पर अमृत की वर्षा आरम्भ कर दी।आज स्वयंसेवकों को चंद्रमा के समान चमकते हुए राष्ट्र रक्षा के लिए संकल्प लेना चाहिए। कार्यक्रम का समापन संघ प्रार्थना के साथ हुआ।कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला संघचालक सच्चिदानंद मेहता, नगर संघचालक उपेन्द्र राउत, जिला व्यवस्था प्रमुख विक्रम अग्रवाल, नगर कार्यवाह मुख्य शिक्षक आशीष गुप्ता, नगर प्रचार प्रमुख ललन राय, उदय ठाकुर, आदित्य भगत, प्रधानाचार्य आशुतोष मिश्र, सीताराम जायसवाल, मथुरा दास,प्रताप नारायण,विनोद सेठिया, जिला कार्यवाह ओमप्रकाश कुमार, राजा कुमार, अर्जुन शर्मा, समेत सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित थे।
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