रोहतास न्यूज़: पोषणयुक्त खाना के आभाव में टीबी मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता. लेकिन, समस्या के निदान में सरकार व समाजसेवियों की मदद रंग लाने लगी है. निक्षय पोषण व निक्षय मित्र योजना टीबी मरीजों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है. जिले में निक्षय पोषण योजना के तहत अब तक 43.87 लाख रुपये टीबी मरीज़ों के खाते में सीधे उपलब्ध कराए गए हैं.
जबकि 37 लोगों ने कुल 54 गरीब एवं जरूरतमंद टीबी मरीज़ों को गोद लेकर निक्षय मित्र योजना के तहत प्रत्येक माह पैष्टिक आहार उपलब्ध करा रहे हैं. टीबी एक खतरनाक बीमारी है. यदि समय से इसकी पहचान करके इलाज न किया जाए तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है. हालांकि देश से 2025 तक टीबी उन्मूलन को लेकर सरकार कई योजनाएं चला रही है. जिसमें टीबी मरीजों का पता लगाकर उनका समय से इलाज कराने के साथ-साथ टीबी मरीजों का रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने हेतु सहायता राशि भी प्रदान किया जा रहा है. साथ हीं अन्य लोगों के सहयोग से गरीब एवं जरूरतमंद टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार भी प्रत्येक माह उपलब्ध कराया जा रहा है. ताकि टीबी मरीज दवा के साथ पौष्टिक आहार लेकर जल्द स्वस्थ हो सके. सासाराम प्रखण्ड के टीबी मरीज मनोज कुमार ने बताया कि वह मजदूरी करते हैं. जो भी पैसा मिलता है उससे अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. लेकिन लोगों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा पैष्टिक आहार से उन्हें काफी मदद मिला है. उन्होंने बताया कि वे इतने सक्षम नही हैं कि बाजार से ड्राई फ्रूट्स एवं फल खरीद कर खा सकें. लेकिन, लोगों द्वारा दिया जा रहा यह सामान से उन्हें काफी लाभ हो रहा है.
टीबी मरीजों के लिए आगे आने की अपील:
जिला यक्ष्मा केंद्र के सीडीओ डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि टीबी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए सरकार के साथ-साथ आम लोगों, सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा. टीबी से ग्रसित अधिकांश लोग गरीब व मजदूर तबके के लोग हैं. वो इतना सक्षम नहीं हो पाते कि बाजार से पैष्टिक आहार के रूप में फल, अंडा, ड्राई फ्रूट्स खरीद कर खा सकें.
इसलिए इनके लिए हम सभी को आगे आने की जरूरत है.
तभी इनका रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा व ये बीमारी से लड़ने में सक्षम होंगे.
पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपए दी जाती है
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा सभी टीबी मरीजों पौष्टिक आहार के लिए प्रतिमाह 500 रुपए राशि देती है. वही निक्षय मित्र के द्वारा टीबी मरीजों को गोद लेकर प्रत्येक माह पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है.