Rohtas: बेहतर करने वाले कर्मी शिक्षक होंगे सम्मानित, पुरानी छात्रवृत्ति बंद
रोहतास: ज्यादातर छात्रवृत्ति योजनाएं बंद हो गई हैं. ये छात्रवृत्ति करीब 45 साल पहले से दी जाती थी. पूर्ववर्तियों के नाम पर मिलने वाली इन छात्रवृत्ति से संबंधित खाता आज भी बरकरार हैं. इन खातों में कुछ न कुछ राशि रहती ही है. बावजूद इसके कॉलेज और विश्वविद्यालय की ओर से कुछ पहल नहीं की जा रही है.
पटना कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रासबिहारी सिंह ने 12 खातों को वर्ष 2013 में अपडेट कराया था. उस समय किसी खाते में एक हजार रुपये थे तो किसी में एक लाख से अधिक की राशि थी. वर्ष 2018 में जब खातों को अपडेट कराया गया था, उस वक्त 12 खातों में दो लाख 45 हजार 777 रुपये थे. इसके बाद कोई अपडेट नहीं हुआ है. यह राशि छह सालों में बढ़ भी गयी होगी. चार दशक पहले छात्रों को छात्रवृत्ति के तौर पर 5 से लेकर 15 रुपये तक अधिकतम स्कॉलरशिप दी जाती थी. उस वक्त पटना कॉमेज के प्रोफेसर की तनख्वाह 121 रुपये हुआ करती थी. उस वक्त 15 रुपये में छात्रों की महीने भर की सभी सुविधाए पूरी हो जाती थीं. वहीं विश्वविद्यालय स्तर पर हथुआ महाराज स्कॉलरशिप और सर गणेश दत्त स्कॉलरशिप देने की शुरुआत की गई है. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय कुमार ने बताया कि इन छात्रवृत्तियों की जानकारी लेनी होगी. इनके खातों की स्थिति क्या है. जल्द इसपर कुछ कार्य करने का प्रयास किया जाएगा.
विरासत बचाने के लिए स्कॉलरशिप को करना होगा पुनर्जीवित पूर्व कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने कहा कि छात्रवृत्ति योजनाओं पर ध्यान देने की जरूरत है. इससे विद्यार्थियों का हौसला बढ़ता है. वहीं पीयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह पटना कॉलेज के समाजशास्त्रत्त् विभाग के शिक्षक डॉ. रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि शताब्दी वर्ष गुजर गया. इस दौरान कम से कम कुछ पुरानी छात्रवृत्ति को पुनर्जीवित किया जाना चाहिए था. इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरुरत है.
पटना. कार्यालय और विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अच्छा कार्य निरंतर होता रहे, इसके लिए डीईओ संजय कुमार ने पहल की है. जिला शिक्षा कार्यालय और जिला अंतर्गत सभी विद्यालयों में अच्छा कार्य करने वाले पदाधिकारी, प्राचार्य, शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष, कर्मचारियों और परिचारियों को सम्मानित किया जाएगा.
प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक महीने इन्हें सम्मानित किया जाएगा. इसके लिए डीईओ ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, विद्यालय अवर निरीक्षक, प्राचार्य, प्रभारी प्राचार्य, शिक्षक, पुस्कालयाध्यक्ष और लिपिकों को पत्र जारी किया है. डीईओ ने कार्यालय और विद्यालय में अच्छा कार्य करने वालों की पहचान कर उनकी सूची मांगी है. इस बाबत विगत छह महीने में किए गए अच्छे कार्यों का विवरण साक्ष्य सहित डीईओ ने मांगा है.