नालंदा न्यूज़: राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 व 431 (30ए) को जोड़ने वाला रेल ओवरब्रिज (आरओबी) बनाने के लिए एक हफ्ते पहले हुए जनसंवाद के बाद सर्वे का काम से शुरू हो गया. सर्वेयरों ने बताया कि कुल 80 फीट जमीन चाहिए. एनएच 20 (पुराना नाम एनएच-31) के गोनावां मोड़ से करीब ढाई सौ फीट पूरब से हरनौत रेल कारखाना के मेन गेट के पास तक आरओबी (रेल ओवरब्रिज) बनाया जाना है. सर्वेयर वशिष्ठ नारायण सिंह, सुपरवाइजर पंकज शर्मा व अन्य ने कई प्लॉटों की मापी की. इसके पहले जन सुनवाई हुई थी. इसमें अनुग्रह नारायण सिंह समाज अध्ययन संस्थान पटना, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, अंचल कार्यालय के अधिकारी प्रखंड कृषि कार्यालय के सभागार में जुटे थे. लेकिन, अधिकारी स्थानीय लोगों के सवालों का जवाब नहीं दे पाये थे. यही कारण रहा कि सर्वे काम को बीच में ही स्थानीय लोगों ने रोकवा दिया. लोगों का कहना था कि पहले डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) दिखायी जाये. जन सुनवाई के दौरान रिसर्च ऑफिसर डॉ. सुनीता ने कहा था कि परियोजना से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कुल 91 परिवार हैं. इनमें सूची के अनुसार 55 परिवार हैं. 36 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने प्रस्तावित भूमि पर अपनी दावेदारी प्रकट की है, 27 परिवारों ने गैरमजरूआ जमीन पर घर बनाया है तथा उसकी रसीद भी इनके पास है. अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित परिवारों की संख्या 40 है.
आंकड़े की नजर में:
● कुल लंबाई 1,376 मीटर
पाया वाली सड़क की लंबाई 900 मीटर
● दोनों छोरों पर आरई वाल 200-200 मीटर
● गुमटी के दोनों ओर पायों की संख्या 9-9
● टू-लेन सड़क की चौड़ाई 7.5 मीटर
● सर्विस लेन 5 मीटर
● दोनों ओर नाला की चौड़ाई 01-01 मीटर