लंबी दूरी की बसों का सड़क किनारे काउंटर, दलालों का बोलबाला
मोतिहारी न्यूज़: लंबी दूरी की बसे नेशनल हाईवे के किनारे ही खड़ी कर यात्रियों को बैठाया जाता है. छतौनी नेशनल हाईवे के किनारे यह नजारा देखने को मिल सकता है. सड़क के किनारे छतौनी नेशनल हाईवे के किनारे अघोषित रुप से टिकट काउंटर बना है. जिससे सरकार को प्रत्येक माह लाखों रुपये राजस्व का नुकसान होता है. पर्व के समय अत्यधिक भीड़ होने पर सीट देने के नाम पर बसों में ठूंस-ठूंस कर यात्रियों को बेंच पर बैठाया जाता है. भोले-भाले यात्रियों को सीट देने के नाम पर दलाल कमीशन पर काम करते है. दिल्ली जाने वाले यात्री नाम नहीं छापने के आधार पर बताया कि आगे का सीट देने के नाम पर बात किया गया है. जब सीट बुकिंग कराया गया तो बीच के सीट को बुक किया गया है. छतौनी नेशनल हाईवे के किनारे दिल्ली से लेकर सिलीगुड़ी, कलकत्ता, रांची सहित अन्य स्थानों के लिए जाने वाली लंबी दूरी की गाड़ियां खड़ी रहती है.सड़क किनारे बस टिकट काउंटर रखना गलत
है. बस स्टैंड परिसर को अतिक्रमण कर लिया गया है. इसको लेकर जिला प्रशासन से इस संबंध में बात किया गया है. -शोभा सिंह, जिलाध्यक्ष, बस ट्रांसपोर्ट फेडरेशन एसोसिएशन, पूर्वी चंपारण
● छतौनी नेशनल हाईवे के किनारे अघोषित रूप से बनाया काउंटर
● पर्व के समय बेंच पर बैठकर दिल्ली व अन्य शहर जाने को मजबूर
टिकट काउंटर बस स्टैंड परिसर में होना चाहिए. बस स्टैंड के बाहर काउंटर होने पर यह अतिक्रमण है. समय-समय पर ऐसे टिकट काउंटर के खिलाफ जुर्माना किया गया है.
-प्रमोद कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण
दिल्ली जाने वाली हाइवे पर दौड़ने वाली बसों के ऑपरेटरों की अवैध वसूली से यात्री परेशान हैं. सामान्य से दोगुना भाड़ा वसूल जाता है. वहीं दिल्ली से कहीं का भाड़ा लेकर यात्रियों को जबरन उतारा जाता है पीपराकोठी. यात्रा के लिए लाचार मजदूरों व रोगियों से दोगुने से अधिक भाड़ा लेना अब परंपरा बन गई है. स्थानीय ऑपरेटरों द्वारा दहशत का माहौल बना यात्रियों का शोषण किया जाता है. कई दफा यात्रियों व एजेंटों में हिंसक झड़प भी हुई.
मामला पुलिस प्रशासन के समीप भी पहुंचता है. परंतु असांविधानिक रूप से ऑपरेटरों की प्रशासनिक पहुंच होने के कारण यात्रियों को उचित न्याय नही मिल पाता है. यात्रियों के साथ हुई दुर्व्यवहार का आवेदन के बाद भी कई बार कार्रवाई नदारद रही है. कई बार दिल्ली की बस की यात्रियों ने मुख्य चौराहे पर जम कर हंगामा किया गया. सभी यात्रियों से अवैध रूप से तीन-तीन हजार भाड़ा लेकर रास्ते में उतार देने के विरोध में बस व चालक को बंधक बनाया गया. आधा दर्जन यात्रियों को बीच रास्ते में उतारने की साजिश पर यात्रियों ने हंगामा खड़ा किया. बताया जाता है बस सर्विसेज द्वारा प्रतिस्पर्धा में अपने-अपने एजेंट चौक-चौराहे पर छोड़ रखे हैं. जो कमीशन पर काम करते हैं. व भोले-भाले यात्रियों को बहाल-फुसला कर सीट देने के नाम पर बसों में घुसा देते हैं. तथ बेंच पर बैठा ले जाते हैं.