मुंगेर न्यूज़: इन दिनों सीवरेज के लिए शहर की सभी सड़कों की गहरी खुदाई कर पाइप लाइन बिछायी जा रही है. पाइप लाइन बिछाए जाने के बाद एजेंसी खोदी गई सड़कों के ऊपर जैसे तैसे मिट्टी भर कर यूं ही छोड़ दे रही है. एजेंसी द्वारा धूल से बचाव के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. ऐसे में गड्ढों में भरी गई मिट्टी दबने से सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे बन जा रहे हैं.
राजीव गांधी चौक, कोतवाली चौक और सदर अस्पताल की सड़के बन जानलेवा सड़कों पर जगह जगह बन चुके गड्ढे शहरवासियों और वाहन चालकों तथा वाहन सवार यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. सबसे खराब स्थिति राजीव गांधी चौंक से कोतवाली चौक और कोतवाली चौंक से लेकर सदर अस्पताल जाने वाली सड़क तथा शीतला मंदिर से मछली तालाब जाने वाली सड़क की है, इन सड़कों पर कई जगह सड़क के नीचे मिट्×टी दब जाने के कारण जानलेवा गड्ढे बन चुके हैं. जिस कारण ईरिक्शा, ऑटो और दोपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार गड्ढों में गिरकर बाइक चालक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं. सदर अस्पताल जाने वाली सड़क पर जगह जगह गड्ढा रहने के कारण मरीजों खासकर गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऑटो और ईरिक्शा पर सवार यात्री वाहन चालकों को धीरे व संभल कर चलने की बात कहते हैं, लेकिन जब सड़क ही सही नहीं हो तो चालक आखिर संभलकर कैसे चले. परंतु शहरवासियों को परेशानी से निजात दिलाने और एजेंसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की निगरानी करने की बजाय नगर निगम प्रशासन अतिक्रमण के मुद्दे पर बैठक करने में व्यस्त है.
139 किलोमीटर बिछ चुकी है पाइपलाइन
सीबरेज का काम कर रही ईएमएस एजेंसी के परियोजना प्रबंधक कुमार अविनाश बताते हैं कि सड़क की गहरी खुदाई कर पाइप लाइन बिछाए जाने के बाद एजेंसी द्वारा खोदी गई सड़क में मिट्टी भर कर प्रतिदिन पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. शहर मे 167 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाया जाना है, जिसमें से 139 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने का काम हो चुका है. आरसीडी की मुख्य सड़क में मात्र 6.5 किलोमीटर पाइप बिछाया जाना शेष बचा है.
आरसीडी को करनी है सड़क की मरम्मत
शहरवासियों को दिक्कत नहीं हो इसके लिए कई जगह बिना सड़क की खुदाई किए रात में मशीन से काम किया जा रहा है. क्षतिग्रस्त सड़कों के पुननिर्माण के लिए एजेंसी द्वारा आरसीडी को राशि हस्तांतरित की जा चुकी है. आरसीडी को ही क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करनी है. एजेंसी द्वारा आरसीडी को काम पूर्ण होने की जानकारी दी जा चुकी है. कई जगह आरसीडी सड़क का पुननिर्माण कर भी रही है. सड़क टूटने से लोगों की परेशानियां अधिक बढ़ गई है.
खुदाई की गई सड़कों पर लाल मिट्टी, जीएसबी आदि से सड़कों को मोटरेबुल किया जा रहा है. कासिम बाजार थाना के समीप, बेलन बाजान, संदलपुर, बस अड्डा के समीप सड़क मोटरेबुल कराया गया है. चूंकि हाउस कनेक्शन के लिए एजेंसी द्वारा पुन सड़क की खुदाई की जाएगी. फिलहाल सड़कों को मोटरेबुल कराया जा रहा है. - संजय शर्मा, कार्यपालक अभियंता, आरसीडी, मुंगेर.
समूचे शहर की सड़क गड्ढे में तब्दील है, मिट्टी धंसने से कई जगह गड्ढा जानलेवा हो चुका है. जानलेवा हो चुके गड्ढों को दुरूस्त कर सड़कें बनाई जानी चाहिए. नहीं बनने से आवागमन में परेशानी हो रही है.
- दुर्गेश कुमार, तोपखाना बाजार
सदर अस्पताल जाने और वापस लौटने में ई-रिक्शा कई बार गड्ढे में चला गया, उनको लगा कि ईरिक्शा पलट जाएगा. अस्पताल रोड में सड़क है या गड्ढा यह पता ही नहीं चलता है.
- शाहजहां खातून, बरदह निवासी
सड़क है या गड्ढा पता नहीं चलता. मुफस्सिल थाना से लेकर कोतवाली चौक तक सड़क गड्ढा में तब्दील है, यात्री संभल कर चलाने की बात कहते हैं, लेकिन सड़क ही ठीक नहीं है तो संभल कर कैसे चलाएं.
- रिंकू कुमार, ऑटो चालक सीताकुंड