x
बिहार | जिले की सरकारी विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था को ले कई बेहतर कार्य किये जा रहे हैं. यही वजह है कि पूरे दिन की शैक्षणिक गतिविधियां समाप्त होने के बाद जिले की 2347 विद्यालयों के शिक्षक जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में चर्चा करते हैं.
विद्यालयों में पूरे दिन कौन-कौन सी गतिविधियां हुईं, इसे ले सभी विद्यालयों में छुट्टी होने के बाद यानी शाम 4 से 5 बजे तक हेडमास्टरों के साथ अन्य शिक्षक जानकारी को साझा करते हैं. शिक्षकों के साथ छात्रों की उपस्थिति में व्यापक सुधार होने लगा, इसके बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा सभी विद्यालयों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विद्यालयों की समस्याओं के साथ हर दिन होने वाली गतिविधियों के बारे में जिला मुख्यालय व जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने का निर्देश दिया गया था.
शिक्षा विभाग के बेहतर प्रयास की वजह से जिले के सभी सरकारी विद्यालय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ रहे हैं. इसके लिए विद्यालयों में इंटरनेट के साथ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी खरीदे गए हैं. 253 से ज्यादा विद्यालयों में बनाए गए स्मार्ट क्लास के जरिए भी कई शिक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अब जिला शिक्षा विभाग को भी सरकारी विद्यालयों की हर रिपोर्ट पाने में सुविधा हो रही है.
संकुल के जरिए पांच से छह स्कूलों के शिक्षक दे रहे जानकारी सरकारी विद्यालयों को प्रखंड स्तर के बाद संकुल स्तर पर भी बांटा गया है. हर एक संकुल में पांच विद्यालयों को टाइअप किया गया है. जिन विद्यालयों में छात्रों का नामांकन ज्यादा है और सुविधाएं बेहतर है, उन्हें संकुल का मुख्य स्कूल बनाया गया है. अन्य स्कूलों को उससे जोड़ा गया है. ताकि बेहतर सुविधा वाले विद्यालय छोटे स्कूलों को भी बेहतर शैक्षणिक कार्य में मदद कर सकें. शैक्षणिक कार्य समाप्त होने के बाद शिक्षक शाम 4 से 5 बजे तक सभी विद्यालयों की संकुल के मुख्य विद्यालयों में उपस्थित होकर क्रमबद्ध तरीके से उस दिन की शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों से साझा करते हैं. जिनमें विद्यालयों में नामांकित छात्रों की संख्या, कितने छात्र उपस्थित हुए, कितने छात्रों को मध्याह्न भोजन का लाभ मिला, किन विषयों की पढ़ाई कराई गई और लेसन प्लान के अनुसार कितने पाठ्यक्रम को पूरा किया जा सका है इसकी जानकारी साझा करते हैं. साथ ही विद्यालयों की साफ-सफाई, स्वच्छ जल व शौचालय की स्थिति पर भी शिक्षक सीधे तौर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के सामने रखते हैं समस्याएं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अब जिले की सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षक सीधे अपनी बातों को जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने रख रहे हैं. शिक्षकों ने इसे बेहतर कदम बताया है. रामेश्वरगंज उच्च माध्यमिक विद्यालय के हेडमास्टर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अब शिक्षक अपनी बातों को सीधे जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने रखते हैं. इसके पहले जिला शिक्षा कार्यालय जाना होता था. श्री शंकर इंटर स्तरीय विद्यालय के प्रभारी हेडमास्टर अभिषेक कुमार ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिक्षकों द्वारा हर दिन की शैक्षणिक गतिविधियों को अधिकारियों के सामने रखा जाता है और तत्काल इसमें सुधार को लेकर अधिकारियों द्वारा निर्देश भी दिया जाता है. यह एक बेहतर पहल है.
Tagsवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्कूलों की गतिविधियों की हो रही समीक्षाReview of school activities through video conferencingताज़ा समाचारब्रेकिंग न्यूजजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़हिंदी समाचारआज का समाचारनया समाचारTaza SamacharBreaking NewsJanta Se RishtaJanta Se Rishta NewsLatest NewsHindi NewsToday ताज़ा समाचारToday
Harrison
Next Story