मोतिहारी न्यूज़: पुलिस ने मलाही के मनीष अपहरण कांड का उद्भेदन कर दिया. पुलिस के उद्भेदन में मनीष अपहरण कांड बिल्कुल झूठा निकला. मनीष ने अपना अपहरण होने का कॉल अपने ही नये मोबाइल नम्बर से स्वयं किया था.
डीएसपी रंजन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि 21 जुलाई को मलाही थाना क्षेत्र के मलाही दुसाधपट्टी के भूनटून पासवान ने पुत्र मनीष कुमार (16) का अपहरण हो जाने व पचास हजार रुपये रंगदारी मांगने का आवेदन मलाही थाना में दिया था. आवेदन मिलने पर डीएसपी ने स्वयं मामले का अत्याधुनिक अनुसंधान करने लगे. डीएसपी व टेक्निकल सेल के जांच में पाया गया कि मनीष को काफी मानसिक तनाव था. मनीष अपने किसी खास व्यक्ति के आवश्यकता व अपने खर्च का पूर्ति करने के लिए वह स्वयं का अपहरण करने की योजना बनाया. वह अपने ही नाम से एक नया सीम लिया. नये सीम से मनीष ने स्वयं अपने बहन को कॉल कर स्वयं का अपहरण हो जाने व छोड़ने के लिए पचास हजार रुपये का मांग किया. मनीष को लगा की उसके बहनोई सरकारी नौकरी करते हैं. साला के अपहरण की बात सुन बहनोई पचास हजार रुपये आसानी से दे देंगे. परन्तु ऐसा हुआ नहीं. मनीष ने जैसे ही अपने बहन को कॉल कर स्वयं का अपहरण हो जाने व छोड़ने के लिए पचास हजार रुपये का मांग किया. वैसे ही मनीष की बहन ने इसकी सूचना अपने पिता को दे दी और उसके पिता ने यह सूचना मलाही पुलिस को दे दिया. पुलिस ने मामले का उद्भेदन करते हुए मनीष को हरसिद्धि थाना क्षेत्र से बरामद कर ली.