नालंदा न्यूज़: प्रखंड के सिनावां मौजा में विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत भूस्वामियों को नया नक्शा (एलपीएम) दिया गया. इसमें आधा अधूरा खतियान दर्ज है.
इससे रैयतों में काफी आक्रोश है. नया नक्शा में रैयतों के कई के खेत ही गायब हैं. सिनावां मौजा में नोडल अधिकारी अक्षय वट तिवारी से भूस्वामियों ने जमकर शिकायत की. इससे सर्वेक्षण अभियान में कई नयी समस्या व चुनौती खड़ी होने लगी है. सिनावां में रैयतों का नया नक्शा दिया गया. इसमें कई गड़बड़ियां मिलीं. कई रैयतों ने बताया कि उनके खतियान के अनुसार उनकी जमीन का पूरा रकबा नहीं चढ़ाया गया है. इससे उनके हिस्से की जमीन का वास्तविक स्वरूप दर्ज ही नहीं किया गया है.
इस संबंध में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी अनुराग ने बताया कि इस शिविर में रैयतों की चकबंदी से आ रही समस्याओं को ध्यान से सुना गया. उन्होंने बताया कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के दिशा निर्देश के अनुसार जहां चकबंदी लगने के बाद भी रैयत का दखल नहीं हुआ, वहां वर्तमान दखल के अनुसार ही खतियान बनाया गया है. नोडल पदाधिकारी अक्षय वट तिवारी ने भूसर्वेक्षण कर्मियों को इन समस्याओं व दावा आपत्तियों का निपटारा करने को कहा है. दो दर्जन रैयतों की शिकायतों का निपटारा किया गया. शिविर में कानूनगो संतोष कुमार, रामेश्वर प्रसाद, नीरज कुमार व अन्य मौजूद थे.