पटना: जानवरों से मनुष्यों में होनेवाली बीमारियों और उनके प्रमुख कारणों व इलाज पर आईजीआईएमएस में शोध शुरू हो गया है. यह शोध संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हो रहा है. बिहार पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय इस शोध कार्य में मदद करेगा. माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड डॉ. नम्रता ने बताया कि पशुओं से मनुष्य में कई वायरस जनित बीमारियां हो रही हैं. धीरे-धीरे ऐसी बीमारियों की संख्या बढ़ रही है. दोनों संस्थानों के बीच पिछले जून में शोध के लिए करार भी हो चुका है.
आईजीआईएमएस के डीन (रिसर्च) डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताया हाल ही में कोरोना जैसी महामारी भी जानवरों से ही मनुष्यों में आया. ऐसी और कौन-कौन से बीमारी मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है, इसपर शोध शुरू हो गया है. बीमारी के साथ ही उनके निदान के लिए पशु विवि के साथ ही संस्थान के अन्य विभागों के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी.
आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार ने बताया कि पिछले एक साल में संस्थान में रिसर्च के अनुकूल माहौल बना है. सभी प्रमुख विभागों में रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है. आईजीआईएमएस के उपनिदेशक डॉ. मनीष मंडल और वेटनरी विवि के उपनिदेशक डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जानवरों से होनेवाले वायरस जनित रोगों की पहचान और उनका निदान करने का प्रयास इस शोध के माध्यम से होगा.
भाकपा माले ने प्रतिवाद मार्च निकाला
भारत सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत लगाये गये शुल्क के खिलाफ जल्ला किसान संघर्ष समिति, भाकपा माले व अखिल भारतीय किसान महासभा ने प्रतिवाद मार्च निकाला. चैनपुरा से निकले मार्च मथनी तल, स्टेशन रोड होते हुए जेपी चौक, नाला पर पहुंचा. नेतृत्व शंभू नाथ मेहता, मनोहर लाल, अनय मेहता, नसीम अंसारी, मुजफ्फर आलम आदि ने किया.