बिहार

कृषि वैज्ञानिक चुनौतियों को देखते हुए करें शोध

Admin Delhi 1
25 Feb 2023 1:23 PM GMT
कृषि वैज्ञानिक चुनौतियों को देखते हुए करें शोध
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पटना न्यूज़: जलवायु परिवर्तन का असर फसलों पर पड़ा है. इसलिए कृषि वैज्ञानिक भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए शोध करें. ये बातें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) पटना के स्थापना दिवस पर कृषि सचिव डॉ. एन सरवण कुमार ने कहीं.

उन्होंने बदलते जलवायु की पृष्ठभूमि में कृषि में जल की प्रासंगिकता विषय पर प्रकाश डाला. साथ ही भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारी करने की सलाह दी. संस्थान का 23वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. दीघा विधायक डॉ. संजीव चौरसिया ने किसानों से उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए खेती में वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाने का आग्रह किया. इस अवसर पर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम एवं ओडिशा के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया. इससे पहले निदेशक डॉ. अनूप दास ने संस्थान की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने बताया कि प्राकृतिक एवं जैविक खेती, समेकित कृषि प्रणाली, जलवायु अनुकूल पौष्टिक अनाजों पर शोध कार्य चल रहा है. पूर्वी क्षेत्र के किसानों के लिए कृषि विश्वविद्यालयों, अनुसंधान एवं प्रोद्योगिकी संस्थानों और राज्य सरकार के संस्थानों के साथ मिलकर काम करना है. बिहार पशु विज्ञान विवि के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह, बिधान चन्द्र कृषि विवि, पश्चिम बंगाल के कुलपति डॉ. बी.एस. महापात्रा ने विचार रखे. समारोह में कृषि संयुक्त सचिव अनिल कुमार झा, संयुक्त सचिव संजय कुमार सिंह, लीची अनुसंधान केन्द्र, मुजफ्फरपुर के निदेशक डॉ. विकास दास आदि मौजूद रहे. आयोजन सचिव डॉ. उज्ज्वल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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