कटिहार न्यूज़: सरकारी संस्थानों में विकास कार्यों को ले सामग्री क्रय में पारदर्शिता बरतने के लिए 2017 में जैम पोर्टल लागू किया गया है. 2022 से इसे सख्ती से लागू कर जैम पोर्टल से ही सामानों का क्रय करने का निर्देश है. मालूम हो कि जैम पोर्टल के माध्यम सेतीन तरह से सामानों का क्रय किये जाने का प्रावधान है. पहला 25 हजार तक के सामानों का सीधे क्रय करने का प्रावधान है.
इससे ऊपर का एलवन के तहत पर्चेज का प्रावधान है. इसके तहत इसमें सबसे कम दर पर ही सामानों का क्रय करने का प्रावधान है. जबकि ढाई लाख से ऊपर तक के प्रप्रोजल बनाकर क्रय करने का प्रावधान है. खासकर महाविद्यालयों में जैम पोर्टल के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जटिल होने से कॉलेज प्रशासन के लिए जी का जंजाल साबित हो रहा है. जिसका नतीजा है कि महाविद्यालयों में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं.
मालूम हो कि सरकार के आदेश के बाद महाविद्यालयों में भी इसे सख्ती से लागू करने का निर्देश पूर्व में दिया जा चुका है. जिले के चार अंगीभूत महाविद्यालयों में अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है. इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन परेशान हैं. बार बार विवि से सम्पर्क के बाद भी अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं होने से जैम पोर्टल के माध्यम से होने वाले कार्य नहीं होने से विकास कार्य में लगनेवाले सामग्रियों का क्रय नहीं हो पा रहा ह्रै
केबी झा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ हरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जैम पोर्टल के लिए रजिस्ट्रेशन कार्य के लिए प्रयास किया जा रहा है. महीनों से प्रयास के बाद भी जटिल प्रक्रिया रहने के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है. इसकी सूचना विवि को भी दी गयी है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा ताकि विकास के कार्य रूके नहीं.