बिहार

परफॉर्म करने से दुनिया में ख्याति मिलने की मान्यता, सोनपुर के मंच से प्रस्तुति देने को बेकरार रहते हैं कलाकार

Admin4
9 Aug 2022 4:19 PM GMT
परफॉर्म करने से दुनिया में ख्याति मिलने की मान्यता, सोनपुर के मंच से प्रस्तुति देने को बेकरार रहते हैं कलाकार
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वैशाली: कहते हैं हर मिट्टी की कुछ खास बात होती है. हर मिट्टी के अपने संस्कार होते हैं. वैसे ही सोनपुर की मिट्टी की भी एक अपनी खासियत है. बीते 83 वर्षों से यहां देश के उम्दा कलाकार अपनी प्रस्तुति देने आते हैं. बाबा हरिहर नाथ के क्षेत्र में इन कलाकारों की प्रस्तुति को देखने के लिए दूरदराज से लोग उपस्थित होते हैं. इस बार भी बाबा रामलखन दास जी की 53वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम किया गया. कलाकारों ने यहां प्रस्तुति दी और उम्मीद जतायी कि उनका नाम भी देश और दुनिया में होगा.

इस मंच से कामयाबी मिलने की मान्यता : सोनपुर स्थित बाबा राम लखन दास मंच (Baba Ram Lakhan Das Stage) से बिरजू महाराज, गोदाई महाराज, बिस्मिल्लाह खान, जाकिर हुसैन जैसे बड़े कलाकार अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं. ऐसी मान्यता कि जिस किसी कलाकार ने इस मंच से अपनी प्रस्तुति दी है उनकी ख्याति पूरी दुनिया में फैली है. इसलिए बड़े से बड़े कलाकार निशुल्क अपनी प्रस्तुति देने के लिए लालायित रहते हैं. ऐसे में स्थानीय कलाकारों को अगर इस मंच मौका मिल जाता है तो अपने आपको धन्य मानते हैं.

नामचीन शख्सियतों ने किया है यहां परफॉर्म: 7 अगस्त को प्रत्येक वर्ष होने वाले शास्त्रीय नृत्य गीत संगीत वादन कार्यक्रम (Classical Dance Concert in Sonpur) में देश के बड़े-बड़े कलाकार आते हैं. इस वर्ष कार्यक्रम में दिल्ली दूरदर्शन से आए कलाकारों ने भाव नृत्य के माध्यम से रामायण प्रस्तुत कर मौजूद दर्शकों का मन मोह लिया. नृत्य के दौरान कलाकारों के साथ साथ दर्शक भी भाव विभोर हो गये. मंच पर उम्दा कलाकारों की भावभंगिमा का दर्शकों ने खूब आनंद उठाया. भारतीय शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य व नृत्य नाटकों को बेहद खूबसूरती से मंचन किया गया. समारोह में आए कलाकारों का कहना था कि भाव नृत्य के माध्यम से रामायण का मंचन नया प्रयोग है.

"सोनपुर के इस मंच की काफी प्रतिष्ठा है. बड़े से बड़े कलाकार की भी इच्छा इस मंच से अपनी प्रस्तुति देने की होती है. इस मंच पर जब कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं तो बाबा हरिहर नाथ की कृपा उन पर हो जाती है और कलाकार भी बहुत बड़ा हो जाता है. ऐसे काफी कलाकार हैं जो इस मंच से निकले हैं और प्रतिष्ठा कमाए हैं. हम सभी को भी यहां आकर बेहद खुशी हुई है. हम लोगों ने जो रामायण नृत्य नाटिका की प्रस्तुति की है कत्थक शैली में इसका रिस्पांस बहुत अच्छा रहा.""- विकास बक्शी, कलाकार सह भाव नृत्य के निर्देशक

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