बिहार
हरिगिरीधाम के रावण को नहीं मिली जलने की जगह, अब दूसरे जगह होगा वध
Shantanu Roy
4 Oct 2022 6:21 PM GMT

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बेगूसराय। बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक विजयादशमी की शाम बुधवार को विभिन्न जगहों पर रावण वध का आयोजन किया जाएगा। जिसमें क्षेत्र के चर्चित व्यक्ति द्वारा पटाखों के माध्यम से कुछ जगह रावण, तो कुछ जगह रावण के साथ-साथ मेघनाद के पुतले का भी दहन किया जाएगा लेकिन बेगूसराय के गढ़पुरा में होने वाले रावण वध कार्यक्रम में इस बार कुछ ठीक नहीं हो रहा है। यहां रावण को जलने के लिए भी जगह नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण इस बार रावण दहन का कार्यक्रम पूर्व से निर्धारित जगह पर नहीं होगा। मिथिला के पावन शिवालय बाबा हरिगिरी धाम में भोले के अनन्य भक्त और लंका के राजा रावण के पुतले का दहन विजयादशमी के अवसर पर लंबे समय से किया जाता रहा है। मंदिर परिसर के पश्चिम मुख्य सड़क के किनारे सुरक्षा के बीच 25 हजार से भी अधिक लोगों की उपस्थिति में पुतला दहन निजी जमीन पर किया जाता था। लेकिन इस बार उक्त जमीन मालिक ने धाम कमिटी एवं प्रशासन की कार्यशैली से नाराज होकर अपने जमीन में रावण वध आयोजित करवाने से इंकार कर दिया। इसके बाद मंदिर परिसर के दक्षिण ओर खाली निजी जमीन पर रावण वध करने का निर्णय लिया गया है।
धर्मशाला में रावण का पुतला बनकर तैयार है तथा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है। दशमी के दिन बनाने वाले कलाकार खड़ा कर देंगे और शाम में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार हरिगिरी धाम के समीप जिस जमीन पर रावण वध कार्यक्रम आयोजित किया जाता था, उस जमीन पर श्रावणी मेला के दौरान बच्चों के खेल का साधन लगाए जाने से जमीन मालिक को किराए के रुप में कुछ आमदनी हो जाती थी। इस वर्ष श्रावणी मेला के दौरान चार ट्रक से अधिक झूला लेकर दूर दराज से लोग आए थे, यह तैयार हो गया। लेकिन मेला के दौरान एक भी दिन झूला नहीं चलाने दिया गया। जिसके कारण व्यवसायियों को जहां लाखों की क्षति हुई, वहीं जमीन मालिक कोई फायदा नहीं हो सका। हरिगिरी धाम विकास समिति द्वारा झूला लगाने वालों से अत्यधिक चंदा की मांग किया गया और प्रशासन के सहयोग से उसके संचालन पर रोक लगवा दी गई। उस समय उक्त जमीन मालिक ने कोशिश भी किया, लेकिन स्वीकृति नहीं मिलने से आक्रोशित होकर अब उन्होंने अपनी जमीन में रावण वध करने से रोक दिया। जिसके कारण कमेटी द्वारा दूसरे जगह तैयारी की जा रही है। फिलहाल मामला जो हो लेकिन, इस बार एक तो बारिश का अलर्ट और दूसरी बात जगह बदले जाने से रावण वध कार्यक्रम के दौरान व्यवस्था बनाए रखकर कार्यक्रम सम्पन्न कराना बड़ी चुनौती होगी।
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