टैक्स वसूली के लिए मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के बीच रार
सिवान: नगर परिषद के सभागार में बोर्ड की सामान्य बैठक हंगामेदार रहीं. एनजीओ के माध्यम से होल्डिंग टैक्स वसूली व कार्यपालक सहायक की कार्यशैली को ले मामला गरमाते रहा.
बहरहाल, नप क्षेत्र में एनजीओ के माध्यम से होल्डिंग टैक्स, ट्रेडिग लाईसेंस व टैक्स वसूली का कार्य कराए जाने का विरोध गहराता जा रहा है. पहले इस मुद्दे पर नगर परिषद के कर्मियों ने विरोध जताना शुरू किया, और अब नगर परिषद की मुख्य पार्षद सेम्पी देवी व किरण गुप्ता इस एजेंडे को लेकर अलग-अलग नजर आ रही हैं. बैठक में मुख्य पार्षद सेम्पी देवी समेत 20 पार्षद जहां एनजीओ के माध्यम से होल्डिंग टैक्स, ट्रेडिग लाईसेंस व टैक्स वसूली कार्य को तत्काल रद्द करने की बात कह रही हैं, वहीं उप मुख्य पार्षद किरण गुप्ता का कहना है कि बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया. टेंडर हुआ, वर्क ऑर्डर निकल गया, संबंधित एनजीओ ने सर्वे करना भी शुरू कर दिया तो ऐसे में इसे रद्द करना नियम संगत नहीं होगा. बैठक में शामिल तीस में से बीस वार्ड पार्षद पक्ष में तो दस विरोध में खड़े नजर आए. उप मुख्य पार्षद कम से कम एक साल काम लिया जाए, किसी प्रकार की गड़बड़ी मिली तो एनजीओ को रद्द कर दिया जायेगा.
कई वार्ड पार्षद ने किया बैठक का बहिष्कार इधर, पहले नप के योजना प्रभारी सह कार्यपालक पदाधिकारी रंजीत शर्मा की कार्यशैली को ले मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद समेत सभी वार्ड पार्षद बैठक का वहिष्कार किया. मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद समेत सभी वार्ड पार्षद रंजीत शर्मा की कार्यशैली का विरोध करते हुए बैठक से बाहर निकल गए. सभी ईओ के कार्यालय कक्ष में आकर विरोध करना शुरू कर दिए. सभी वार्ड पार्षदों का कहना था कि एक महीने से बोर्ड की प्रोसिडिंग कॉपी को क्लोज नहीं किया गया, दो दिनों बाद ही प्रोसिडिंग कॉपी देने का प्रावधान है, जो कि उनको नहीं मिला.
पार्षद रंजीत शर्मा को बोर्ड की बैठक में शामिल नहीं करने की मांग कर रहे थे. बताया जा रहा कि ईओ के आश्वासन के बाद बैठक पुन शुरू हुई, जहां रंजीत शर्मा बैठक में शामिल नहीं हुए.