लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और लोजपा के जमुई सांसद चिराग पासवान ने रविवार को पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पत्रकारों के ज्यादातर सवालों का जवाब दिया, जिसे वह पहले टालते रहे थे। उन्होंने 2024 में एनडीए की केंद्र में जीत और 2025 में बिहार में नीतीश कुमार की हार का दावा करते हुए यह भी बताया कि वह चुनाव से काफी पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में क्यों आ गए। इस सवाल का भी जवाब दिया कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने जिसे निजी मुलाकात कहा था, उसमें मूल रूप से क्या बात हुई थी। उन्होंने चाचा पशुपति कुमार पारस के स्टैंड पर भी बात की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी। उन्होंने किस सवाल पर क्या कहा, पूरा पढ़ें आगे।
40 की 40 सीटें एनडीए की होंगी
चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए का हिस्सा बनी है जिसकी औपचारिक घोषणा की गई है। मेरा विश्वास मेरे प्रधानमंत्री और उनकी नीतियों में हमेशा से रहा है। उनका समर्थन एनडीए से अलग होने के बाद भी हम लोगों ने किया था और अब तो औपचारिक तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए का हिस्सा है। प्रधानमंत्री के केंद्र सरकार की तमाम नीतियों को जनता तक पहुंचाना लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्राथमिकता रहेगी। साथ ही इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि न सिर्फ 2024 के चुनाव में हम लोग 40 की 40 सीटें जीतें बल्कि एक बात और तय है कि 2025 में भी बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।
नीतीश कुमार का नहीं खुलेगा खाता
चिराग पासवान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार जी को लेकर जो आक्रोश बिहार की जनता में है उपचुनाव में उन आक्रोश को हम देख चुके हैं। गोपालगंज के परिणाम हों या कुढनी के परिणाम हों, उस समय औपचारिक तौर पर एनडीए का हिस्सा ना होने के बावजूद हम लोगों ने भारतीय जनता पार्टी का समर्थन किया था। और उन परिणामों में हमने देखा कि मोकामा का परिणाम जिस तरीके से आया, यह दर्शाता है कि नीतीश कुमार जी जिस गठबंधन में रहेंगे उस गठबंधन को नुकसान ही होगा। नेगटिव वोटिंग उस गठबंधन में होंगी। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी लोकसभा चुनाव में ना तो खाता खोल पाएंगे और न ही 2025 में इनके नेतृत्व में सरकार बनना संभव हो पायेगा।