रेलवे का ''ऑपरेशन आहट'' बन गया है मानव तस्करी रोकने का बड़ा माध्यम
बेगूसराय। मानव तस्करी के खिलाफ रेल मंत्रालय की आरपीएफ द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन आहट के तहत पूर्व मध्य रेलवे में जुलाई में 65 नाबालिगों को मुक्त कराया गया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडलों में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पैन इंडिया ड्राइव में ऑपरेशन आहट के तहत जुलाई में चलाए गए विशेष अभियान में 15 ह्यूमन ट्रेफिकर को गिरफ्तार करते हुए 63 नाबालिग लड़कों तथा दो नाबालिग लड़कियों को ह्यूमन ट्रेफिकर के चंगुल से मुक्त कराया गया। इस अभियान के दौरान रेल गाड़ियों एवं रेल परिसर से पांच पुरुष, छह महिला, 105 लड़के एवं 41 लड़कियों को भी रेस्क्यू किया गया तथा अग्रिम कार्रवाई के लिए चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया गया। उन्होंने बताया कि यौन शोषण, देहव्यापार, जबरन मजदूरी, जबरन शादी, घरेलू बेगारी, गोद देना, भीख मंगवाना, अंगों का प्रत्यारोपण करवाना, मादक पदार्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान भिजवाने के लिए महिलाओं तथा बच्चों की मानव तस्करी संगठित अपराध है। यह मानवाधिकार के हनन का सबसे घृणित नमूना है। देश का प्रमुख यातायात तंत्र होने के नाते भारतीय रेल को मानव तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ट्रेन के माध्यम से पीड़ितों को उनके मूलस्थान से उठाकर अन्य गंतव्यों तक ले जाया जाता है।